पूरे पंजाब को दहशत से दहलाने वाला था
चंडीगढ़ । खालिस्तान समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’ के मुखिया अमृतपाल सिंह को लेकर खुफिया एजेंसियों ने जो डोजियर तैयार किया है, उसके मुताबिक वह पूरे पंजाब को दहशत से दहलाने वाला था। खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह हथियार जमा करने और युवाओं को आत्मघाती हमले करने के लिए नशा मुक्ति केंद्र और एक गुरुद्वारे का उपयोग कर रहा था। विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के इनपुट के साथ तैयार मोटे डोजियर में दावा किया है, कि अमृतपाल जो कथित तौर पर पाकिस्तान के आईएसआई और विदेशों में रहने वाले खालिस्तान समर्थकों के इशारे पर पिछले साल दुबई से लौटा था। वह मुख्य रूप से युवाओं को खाडकू या मानव बम बनाने के लिए ब्रेनवॉश करने में लगा हुआ था। अमृतपाल बीते शनिवार से फरार चल रहा है, जबकि पंजाब पुलिस ने शनिवार से अब तक वारिस पंजाब दे के 154 से ज्यादा सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
विशेषज्ञों और अधिकारियों के अनुसार, पाकिस्तान जो अपने सबसे खराब आर्थिक दौर से गुजर रहा है, भारत के खिलाफ लड़े गए सभी युद्ध हार गया है, भारत के अंदर अमृतपाल जैसी कठपुतलियों को बैठाकर अपने लोगों का ध्यान हटाने की पूरी कोशिश कर रहा है। जांच के दौरान तथाकथित अमृतपाल द्वारा निर्मित आनंदपुर खालसा फ्रंट (एकेएफ) के लिए कई हथियार और गोला-बारूद जब्त किए गए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने वर्दी और जैकेट भी जब्त किए हैं। उन्होंने कहा कि कट्टरपंथी सिख उपदेशक की कार से जब्त हथियारों और गोला-बारूद पर ‘एकेएफ’ का निशान है।
अधिकारियों ने कहा कि ‘वारिस पंजाब दे और अमृतसर के एक गुरुद्वारे द्वारा संचालित कई नशा मुक्ति केंद्रों में अवैध रूप से हथियार जमा किए जा रहे थे।
नशा मुक्ति केंद्रों में भर्ती होने वाले युवकों को बहला-फुसलाकर बंदूक संस्कृति की ओर धकेला जाता था। अधिकारियों ने कहा कि मारे गए आतंकवादी दिलावर सिंह का रास्ता चुनने के लिए उनका ब्रेनवॉश किया जा रहा था, जिसने मानव बम के रूप में काम किया और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या कर दी थी।