गोरखनाथ मंदिर हमला प्रकरण-
गोरखपुर । गोरखनाथ मंदिर में तैनात पीएसी जवानों पर हमले के आरोपी मुर्तजा को मंगलवार को गोरखपुर जेल से गोरखपुर जिला अस्पताल ले जाया गया। यहां मुर्तजा के हाथ के फैक्चर का ऑपरेशन होना है। डॉक्टरों ने बताया कि आपरेशन के पहले किए गए मुर्तजा के शारीरिक परीक्षण में सब कुछ सामान्य पाया गया है। उसकी ब्लड रिपोर्ट का इंतजार है। यदि उसमें भी सब कुछ ठीक रहता है तो कल उसका ऑपरेशन किया जाएगा। मुर्तजा को जिला अस्पताल के प्राइवेट वार्ड में रखा गया है। यहां भारी पुलिस बल की तैनाती है।
उल्लेखनीय है कि गोरखनाथ मंदिर में जवानों पर हमले के बाद पकड़े जाने पर मुर्तजा का हाथ फ्रैक्चर हो गया था। डॉक्टरों के अनुसार हाथ का ऑपरेशन करना पड़ेगा। इसके पहले गोरखपुर जेल में मुर्तजा की दिनचर्या सोमवार को भी सामान्य रही। जेल में उससे मिलने कोई नहीं गया। मुर्तजा को जेल प्रशासन ने हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा है। उसकी विशेष निगरानी की जा रही है। गोरखपुर जिला अस्पताल में भी उसके वार्ड के आसपास बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती है।
मुर्तजा को एटीएस ने शनिवार को गोरखपुर कोर्ट में पेश किया था। कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में लेते हुए उसे गोरखपुर जेल भेज दिया था। मुर्तजा पर एटीएस ने यूएपीए एक्ट के तहत कार्रवाई की है। अब गोरखपुर कोर्ट से केस जल्द यूएपी एक्ट की सुनवाई करने वाले विशेष कोर्ट के लिए ट्रांसफर होने का इंतजार है। फिलहाल केस ट्रांसफर होने से पहले उसे गोरखपुर जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है।
मुर्तजा को एटीएस ने जब अपनी कस्टडी में लिया था उसके अगले दिन उसके मां-बाप को भी पूछताछ के लिए बुलाया था। छह अप्रैल से लेकर मुर्तजा के जेल जाने तक दोनों लखनऊ में ही मौजूद रहे। एटीएस उन्हें पूछताछ के लिए बुलाती रही। इस बीच एटीएस ने बैंक डिटेल के साथ अन्य जानकारियां मुर्तजा के पिता से जुटाई, उनका बयान भी दर्ज किया। मुर्तजा के जेल जाने के अगले दिन उसके मां-बाप भी गोरखपुर स्थित अपने घर लौट आए। उनके घर की चाबी कैंट पुलिस के पास थी। लिहाजा पहला दिन उन्होंने अपने भाई के घर बिताया, इसके अगले दिन पुलिस ने उन्हें घर की चाबी दे दी। पूरे घटनाक्रम में परिवार अभी चुप्पी साधे है।