नई दिल्ली । कोरोना महामारी की तीसरी लहर के बीच केंद्र की मोदी सरकार 1 फरवरी 2022 को बजट पेश करने वाली है। इससे जहां एक ओर लोग राहत की उम्मीद लगाए बैठे हैं। वहीं, दूसरी ओर सरकार उन्हें झटका दे सकती है। आगामी बजट में सरकार स्मार्टफोन समेत करीब 50 वस्तुओं के दाम बढ़ा सकती है। इंडस्ट्री से जुड़े जानकारों का कहना है कि अर्थव्यवस्था और राजकोषीय स्थिति को देखते हुए सरकार यह कदम उठा सकती है। घरेलू उद्योग को राहत देने के लिए सरकार बजट 2022 में विदेश से आयात किए जाने करीब 50 वस्तुओं पर इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ा सकती है। इनमें इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल गुड्स, केमिकल और हैंडक्राफ्ट जैसे उत्पाद शामिल हैं।
इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ाने का सीधा असर उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। सूत्रों का कहना है कि चीन और अन्य देशों से 56 अरब डॉलर कीमत के उत्पादों के आयात पर इम्पोर्ट ड्यूटी लगाई जा सकती है। उन वस्तुओं की पहचान कर ली गई है, जिन पर 5 से 10 फीसदी तक इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ाई जा सकती है।
सरकार के इस कदम से गैर-जरूरी वस्तुओं के इम्पोर्ट पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही देश में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलेगा। इससे रोजगार के मोर्चे पर भी राहत मिल सकती है।
ज्यादा कस्टम ड्यूटी लगाने के बाद मोबाइल फोन चार्जर, इंडस्ट्रियल केमिकल्स, लैम्प, वूडेन फर्नीचर, कैंडिल, ज्वैलरी और हैंडक्राफ्ट जैसे उत्पाद महंगे हो सकते हैं। इसके अलावा, स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरर्स के लिए चार्जर, वाइब्रेटर मोटर्स और रिंगर्स जैसे पार्ट्स इम्पोर्ट करना महंगा हो जाएगा। सरकार के इस कदम से टेस्ला और स्वीडन की फर्नीचर कंपनी आइकिया जैसी कंपनियों पर भी असर पड़ सकता है। दोनों कंपनियां पहले ही कह चुकी हैं कि उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती भारत में हाई कस्टम ड्यूटी है।