लखनऊ। आईपीएस प्रशांत कुमार के रूप में उत्तर प्रदेश को एक बार फिर कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक मिला है। इसको लेकर पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने गृह मंत्रालय दिल्ली को पत्र लिखकर 15 दिनों में नियमित डीजीपी बनाए जाने की मांग की है।
अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने अपने पत्र में लिखा है कि, 11 मई 2022 को तत्कालीन डीजीपी मुकेश गोयल को राज्य सरकार ने अचानक हटा दिया। इसके बाद सरकार ने कारण बताए जाने की जगह पूर्णतया अवैधानिक ढंग से नियमों का गंभीर विचलन करते हुए पहले डीएस चौहान, फिर आरके विश्वकर्मा और विजय कुमार को कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया। बुधवार को एक बार फिर आईपीएस प्रशांत कुमार को कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया है।
उन्होंने कहा कि आईपीएस मुकुल गोयल को अचानक पद से हटाये जाने का कोई कारण स्वीकार्य कारण नहीं होना। जाहिर है कि पुलिस तंत्र का दुरुपयोग करने के लिए आतुर सरकार नियमित की जगह कार्यवाहक डीजीपी को अधिक पसंद कर रही ळै।
अमिताभ ने यह आरोप लगाया है कि राज्य सरकार जानबूझकर अनुचित कारणों से नियमों का उल्लंघन कर लगातार कार्यवाहक डीजीपी बनाकर सीधे-सीधे सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवेहलना कर रही है। उन्होंने मांग की है कि राज्य सरकार से पत्राचार करके 15 दिनों के भीतर नियमित डीजीपी नियुक्त किये जाने आदेश दिया जाये। अगर 15 दिनों के अंदर कोई कार्रवाई नहीं होती है तो आजाद अधिकार सेना इस प्रकरण को न्यायालय लेकर जाएगी।