फर्जी दस्तावेज बनाकर कोर्ट के आदेश से रिलीज करवाई थी मारुति कार
हरिद्वार,। एसटीएफ का भू-माफिया यशपाल तोमर पर शिकंजा कसता ही जा रहा है। अभी हाल ही में एसटीएफ ने माफिया की 153 करोड़ की संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई की थी। वर्ष 2004 में की गई धोखाधड़ी के मामले में एसटीएफ की ओर से कोतवाली नगर में फर्जी दस्तावेज बनाकर कोर्ट के आदेश से मारुति कार रिलीज करवाने का मुकदमा दर्ज कराया गया है। मुकदमे की जांच शुरू कर दी गई।
कोतवाली नगर प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि एसटीएफ में तैनात दरोगा यादविंदर सिंह बाजवा की ओर से तहरीर देकर कोतवाली नगर से वर्ष 2004 में फर्जी दस्तावेज बनाकर कोतवाली में बंद मारुति कार को अपने साथी के नाम रिलीज करवाया गया था एसटीएफ दरोगा की तहरीर में लिखा गया हैं कि वर्ष 2004 में यशपाल तोमर पुत्र महेंद्र सिंह तोमर निवासी ग्राम बरनाला बागपत उत्तर प्रदेश व मुकेश पुत्र महावीर सिंह निवासी रेलवे रोड रोहतक हरियाणा ने कोतवाली नगर से मारुति कार को कोर्ट से छुड़वाने के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया था। मारुति कार की नंबर प्लेट दोपहिया वाहन की नंबर प्लेट को इस्तेमाल कर मुकेश के नाम से कोर्ट के ऑर्डर से कोतवाली नगर से मारुति कार को रिलीज करवा लिया था।
धोखाधड़ी कर फर्जी दस्तावेज बनाकर कोर्ट में पेश कर न्यायालय को गुमराह कर कोतवाली नगर में बंद मारुति कार को छुड़वाने में इस्तेमाल किया गया। घटना डेढ़ दशक पुरानी है, कोतवाली नगर में धोखाधड़ी में शामिल यशपाल तोमर व मुकेश के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच करने के बाद यशपाल तोमर के विरुद्ध कोर्ट में एक नया मुकदमा शुरू हो जाएगा। मालूम हो एसटीएफ ने भू-माफिया यशपाल तोमर पर लोगों को डरा धमका कर फर्जी मुकदमे दर्ज करवा कर विवादित संपत्तियों को सस्ते दामों में खरीदकर धन अर्जित कर करोड़ों की संपत्ति अर्जित की गई है।
एसटीएफ की ओर से कार्रवाई करते हुए भू माफिया द्वारा अर्जित की गई 153 करोड रुपए की संपत्ति को कुर्क करने की कार्यवाही की जा चुकी है, भू-माफिया द्वारा लंबे समय से कानून की खामियों का फायदा उठाकर गलत तरीके से निजी फायदे में इस्तेमाल किए जा रहे हैं।