Monday, March 27, 2023

ओला ने एक दिन में बेच दिए 600 करोड़ रुपए के ई-स्कूटर


बेंगलुरु । ओला फाउंडर भाविश अग्रवाल ने बताया है कि ओला ने एक दिन में 600 करोड़ रुपए के ई-स्कूटर बेच दिए हैं। कंपनी ने एस1 और एस1 प्रो की बिक्री बुधवार सुबह 5 बजे शुरू की, जिसके बाद हर सैकेंड कंपनी ने 4 स्कूटर की ब्रिकी की हैं।ओला एस1 और एस1प्रो की कीमत 99,999 रुपए और 1,29,999 रुपए है। ये एक्स शोरूम कीमतें हैं जिनमें फेम 2 सबसिडी शामिल है।


बता दें कि ओला इलेक्ट्रिक ने बुधवार को अपने इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की बिक्री प्रक्रिया शुरू कर दी थी। यह इलेक्ट्रिक स्कूटर दो ट्रिम्स में उपलब्ध हैं। इन्हें फिलहाल ओला एप के जरिए खरीदा जा सकता है, वेबसाइट पर नहीं। कंपनी ने कहा कि इससे पहले ओला स्कूटर की बिक्री आठ सितंबर को शुरू होनी थी।
स्कूटर खरीदने के लिए वेबसाइट पर ग्राहकों को आ रही तकनीकी बाधाओं के कारण बिक्री प्रक्रिया को एक सप्ताह के लिए स्थगित कर 15 सितंबर कर दिया गया था। कंपनी ने कहा, ‘‘ओला एस1 या ओला एस1 प्रो को खरीदने के लिए ग्राहकों को पहले 20,000 रुपए देना होगा और शेष राशि स्कूटर के पहुंचने से पहले देनी होगी।

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इसका अलावा ग्राहक शेष राशि के लिए सुविधाजनक ईएमआई विकल्प भी चुन सकते हैं।’ ओला ने कहा, ‘‘बुकिंग रद्द करने पर शुरू में दी गई राशि को पूरी तरह से वापस होगी। हालांकि ओला फ्यूचरफैक्ट्री से स्कूटर के लदान के लिए निकलने के बाद ऑर्डर को रद्द नहीं किया जा सकेगा। कंपनी ने कहा कि स्कूटर की आपूर्ति अक्टूबर, 2021 से शुरू होगी और खरीदारों को खरीद के 72 घंटों के भीतर अनुमानित आपूर्ति की अवधि के बारे में सूचित कर दिया जाएगा। ओला के सह-संस्थापक भाविश अग्रवाल ने ट्वीट किया, ‘‘इस नई क्रांति को अपने घर लाए। ओला एस 1 की बिक्री शुरू हो गई है।

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"डंके की चोट " पर मै खरी दुनिया हू मै खरी दुनिया हू.... मै भ्रष्टाचारियों के बीच अकेला, लेकिन खरी दुनिया हू, मै हर हाल मे उन खबरो को, लोगो तक पहुचाने की कोशिश करता हू, जो अधिकांश बिकाऊ और बिकी मीडिया से, अपने "आका" के इशारे पर छुपा दी जाती हैं। मै इस लिए खरी दुनिया हू, क्योकि हमारी सरकार यानि "भारतीय जनता पार्टी " भ्रष्टाचार और अपराध को लेकर "जीरो टालरेंस " क़ी हिमायती हैं। मै भाजपा की इस नीति का पालन करने और कराने के लिए "डंके की चोट" पर कफ़न "सर" पर लिए खुद को नियमबद्ध रखते हुए हाजिर हू....मै खरी दुनिया हू.... भ्रष्टाचारीयो मे अफसर हो, या गाव का प्रधान, मै पदीय अधिकारों क़ी आड़ मे क़ी गई उनकी अनियमित्ता के साक्ष्य को खोजने का काम करता हू , .....क्योकि मै खरी दुनिया हू।
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