नई दिल्ली। कांग्रेस के बैंक खातों पर लगा प्रतिबंध हटा दिया गया है। इस बात की जानकारी देते हुए कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने कहा कि आयकर अपीलीय अधिकरण में सुनवाई लंबित रहने तक कांग्रेस पार्टी के खातों पर लगी रोक को बुधवार तक हटा दिया गया है।
इससे पहले कांग्रेस नेता अजय माकन ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान आरोप लगाया था कि मोदी सरकार के इशारे से देश की मुख्य विपक्षी पार्टियों के खाते फ्रीज कर दिए गए हैं। माकन ने कहा कि देश में लोकतंत्र पूरी तरह से खत्म हो चुका है। मुख्य विपक्षी पार्टी के सारे अकाउंट्स फ्रीज कर दिए गए हैं। कांग्रेस पार्टी के अकाउंट पर तालाबंदी कर दी गई है।
माकन ने कहा था कि बैंक खाते तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के फ्रीज होने चाहिए, क्योंकि जो असंवैधानिक कॉर्पोरेट बांड उन्होंने अपने खातों में डाल रखे हैं, सुप्रीम कोर्ट के अनुसार असंवैधानिक हैं। हमारे खातों में कार्यकर्ताओं द्वारा ऑनलाइन डोनेशन से जुटाया गया पैसा है। इसे इनकम टैक्स और मोदी सरकार कैसे फ्रीज कर सकती है। इस कदम से स्पष्ट है कि अब हमारे देश में लोकतंत्र नहीं रहा। ऐसा लगता है देश में ‘वन पार्टी सिस्टम’ लाने का प्रयास किया जा रहा है।
माकन ने कहा कि हमें 31 दिसंबर, 2019 तक अपने अकाउंट्स जमा करने थे, लेकिन हमें कुछ देर हो गई। इस वजह से हमारे खातों को सील कर दिया गया। 2018-19 चुनाव का वक्त था, जिसमें कांग्रेस के 199 करोड़ रुपये खर्च हुए थे। इसमें हमारे विधायकों और सांसदों ने सिर्फ 14 लाख 40 हजार रुपये कैश में जमा किए थे, जो उनका वेतन था। इस वजह से कांग्रेस पर 210 करोड़ रुपये की पेनाल्टी लगा दी गई।