नई दिल्ली . देश में कोरोना के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने त्योहार के इस सीजन में लोगों को ज्यादा भीड़ में जाने से बचने की हिदायत दी है. हालांकि इसके विपरीत उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी शहरों में सप्ताहभर चलने वाले दिवाली मेले आयोजित करने का फैसला किया है.
यूपी में होने वाले दिवाली मेलों को लेकर राज्य सरकार की ओर से जो जानकारी दी है उसके मुताबिक उत्सव में सामानों की बिक्री के साथ योगी सरकार की साढ़े चार साल की उपलब्धियों के बारे में भी लोगों को जानकारी दी जाएगी.
दिवाली उत्सव के दौरान मैजिक शो, ड्रामा, कठपुतली नृत्य, फूड स्टॉल, प्रदर्शनी और एलईडी स्क्रीन के जरिए योगी सरकार की ओर से किए गए अब तक के कार्यों को दिखाया जाएगा. यूपी के शहरी विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने मेलों के आयोजन को लेकर समीक्षा बैठक की और निर्देश दिया कि मेलों को ‘मनोरंजन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों दोनों के साथ आकर्षक बनाया जाए. बता दें कि इऩ दिवाली मेलों का आयोजन उत्तर प्रदेश के हर राज्य में 28 अक्टूबर से 4 नवंबर के बीच किया जाएगा.
गौरतलब है कि एक साक्षात्कार में कोविड टास्क फोर्स के प्रमुख वीके पॉल ने कहा था कि त्योहारों के मौसम में लोगों को बहुत जिम्मेदार होने की जरूरत है. इस दौरान भीड़ से बचें, बड़ी सभाओं और बाजार से दूरी बनाकर रखें. वायरस इन चीजों से प्यार करता है. कृपया इन स्थितियों को बनाकर वायरस को खुश न करें और कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन करें. अगर हम इसे अगले 100 दिनों तक करते हैं और वायरस का संक्रमण इसी तरह से धीरे-धीरे कम होता जाता है, तो हम कह सकते हैं कि हम बहुत जल्द कोरोना की जंग भी जीत सकते हैं.
यूपी सरकार ने एक बयान में कहा है कि दिवाली मेला स्थानों पर कोविड सुरक्षा प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जाए. मेलों में आने वाले सभी लोग मास्क पहनकर आयोजन स्थल पर आए और जगह-जगह पर हैंड सैनिटाइजर स्टैंड लगाया जाए. मैदान को भी नियमित रूप से सैनिटाइज किया जाए.
यूपी के शहरी विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि मेलों में बच्चों के लिए आकर्षक सवारी और झूलों की व्यवस्था की जाएगी, भोजन के स्टाल लगाए जाएंगे और लोगों के लिए महान नेताओं के साथ सेल्फी लेने के लिए कॉर्नर बनाया जाएगा. राज्य सरकार द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि दिवाली मेलों से रेहड़ी-पटरी वालों को बिक्री के लिए एक मंच देकर उनकी आय बढ़ाने में मदद की जाएगी. सभी शहरों में खुले मैदानों की पहचान की जा रही है. मेले में पहले तीन दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा.