रामपुर। सपा नेता आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम को कोर्ट से सजा के बाद विधायकी गंवानी पड़ी है। अब पुलिस ने भी अब्दुल्ला आजम और उनके करीबियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जिसके कारण पुलिस ने अब्दुल्ला आजम के करीबी युवकों व पूर्व रामपुर नगरपालिका चेयरमैन समेत 5 लोगों पर गैंगस्टर एक्ट में करवाई की है।
जानकारी के मुताबिक, यह मामला जौहर यूनिवर्सिटी में पालिका से चोरी की गई क्लीनर मशीन को छुपाने से जुड़ा है। इस विषय पर अपर पुलिस अधीक्षक डॉ संसार सिंह ने बताया कि, मार्च 2014 में नगर पालिका परिषद रामपुर द्वारा पीपी इन्फ्रास्ट्रक्चर दिल्ली कंपनी से एक सड़क साफ करने की मशीन खरीदी गई थी।
कुछ दिनों तक यह मशीन यहां पर चलती रही और इससे सड़कें साफ होती रही, उसके बाद यह मशीन गायब हो गई। 19 सितंबर 2022 को रामपुर के रहने वाले बाकर खान द्वारा थाना कोतवाली में एक तहरीर दी गई। उन्होंने बताया कि यह मशीन 2017 तक जौहर यूनिवर्सिटी में चलती रही और उसके बाद इसे वहीं पर दबा दिया गया।
बाकर खान ने बताया कि तत्कालीन नगर विकास मंत्री आजम खान और उनके पुत्र की शह पर यह मशीन तत्कालीन नगर पालिका परिषद के चेयरमैन अजहर खान, सालिम, अनवार, तालिब और प्रदीप ने यह मशीन गायब की थी। उनकी तहरीर पर मुकदमा दर्ज हुआ था। अब एसपी रामपुर की संस्तुतीपर जिलाधिकारी रामपुर द्वारा इन पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा लिखने की संस्कृति की गई है और मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।