गोपेश्वर। जिला निर्वाचन अधिकारी चमोली ने बताया कि तीनों विधान सभा क्षेत्र पहले मतदेय स्थलों की संख्या 592 थी, लेकिन नौ माइग्रेट मतदेय स्थलों के समायोजन और एक नये मतदेय स्थल बनने के बाद अब यह संख्या घटकर 584 हो गई है।
जिला निर्वाचन अधिकारी हिमांशु खुराना ने बताया कि लोकसभा चुनाव के सफलतापूर्वक संपादित करने के लिए निर्वाचन आयोग की ओर से जिले की तीनों विधानसभा क्षेत्रों बदरीनाथ, थराली और कर्णप्रयाग के क्षेत्रान्तर्गत स्थापित मतदेय स्थलों के भवन क्षतिग्रस्त या जीर्ण-शीर्ण होना, विद्यालयों के उच्चीकरण होने पर मतदेय स्थलों के नाम में परिवर्तन करने की अनुमति प्रदान की गई है। इसके अतिरिक्त बदरीनाथ विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत अधिक ऊंचाई वाले हिमाच्छादित नौ मतदेय स्थलों माणा, नीती, गमशाली, कैलाशपुर, जेलम, कोषा, जुम्मा, द्रोणागिरी और मलारी के कुल 3821 मतदाताओं को जिले की तीनों विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में उनके शीतकालीन निवास स्थान के निकटतम मतदेय स्थलों पर मतदान की सुविधा के लिए 40 मतदेय स्थलों में संबद्ध करने और मतदेय स्थल संख्या-86अ राजकीय इंटर कालेज माणा घिंघराण कक्ष संख्या-2 में सहायक मतदेय स्थल बनाए जाने की स्वीकृति मिल गई है।
बदरीनाथ विधानसभा क्षेत्रान्तर्गत माइग्रेट नौ मतदेय स्थलों को अन्य मतदेय स्थलों में संबद्ध करने और एक सहायक मतदेय स्थल बनने के बाद अब कुल 202 कार्यकारी मतदेय स्थल रह जाएंगे। जनपद की तीनों विधानसभा में कुल 592 मतदेय स्थलों में से नौ मतदेय कम होने और एक सहायक मतदेय स्थल बनने से कुल 584 कार्यकारी मतदेय स्थल रह जाएंगे। इस प्रकार बदरीनाथ विधानसभा में 202, थराली विधानसभा में 203 और कर्णप्रयाग में 179 मतदेय स्थल होंगे।