नई दिल्ली। भारतीय सीमा पर ड्रैगन अपनी खुरापात करने से बाज नहीं आ रहा और नई-नई साजिशे रचने में मशगूल है। भारत और चीन के बीच लद्दाख में करीब दो साल से तनातनी चल रही है। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने हैं। इस बीच ऐसी खबरें हैं कि चीन ने लद्दाख के हॉट स्प्रिंग के करीब तीन सेलफोन टावर लगा चुका है।
माना जा रहा है कि चीन इस इलाके में सैन्य पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रहा है। चीन की इस हरकत की जानकारी अपने जानवरों को चारागाह से वापस लेकर आ रहे चरवाहों ने दी है। लद्दाख स्वायत्त परिषद में चुशूल सीमा का प्रतिनिधित्व करने वाले नॉचोक स्तानजिन ने बताया कि इतने सुदूर इलाके में चीन का मोबाइल टावर लगाना भारत के सीमाई इलाकों के गांव में कमजोर कम्युनिकेशन को दर्शाता है।
उन्होंने बताया, ‘वे (चीन) इतने सुदूर इलाके में 4जी टावर लगा रहे हैं। अब उनके चरवाहे लगातार संपर्क में रहेंगे। हमारे चरवाहे एक बार जब अपने पशुओं के साथ निकलते हैं तो उनसे संपर्क करना मुश्किल होता है। हालांकि, सीमा पर दो गांव ऐसे हैं जहां 2 जी सर्विस है लेकिन वहां भी कमजोर सिग्नल वाली दिक्कत है।’ उन्होंने चीन के टावर वाली कुछ पिक्चर भी ट्वीट किए हैं, जिन्हें चरवाहों ने खींचा था।
हालांकि हम इसकी पुष्टि नहीं कर सकते हैं। हॉट स्प्रिंग मारसिमिक दर्रे (लद्दाख पास) से गुजरते हुए फोबरंग गांव से 22 किलोमीटर दूर पूर्वी लेह की तरफ 5-6 घंटे के ड्राइव के बाद पहुंचा जाता है। फोबरंग गांव से पश्चिमी इलाका और चांगथांग की घाटी एवं चुमार के पूर्व तक का इलाके में टेलीकॉम कनेक्शन कमजोर है। फोबरंग और दो अन्य गांवों जो पैंगोंग से लगते हुए हैं मन-मेराक वहां लिमिटेड 2 जी सर्विस मिलता है। चुशूल और डेमचोक में हाल में 4जी सर्विस शुरू हुई है। हालांकि, यहां वीएसएटी आधारित सर्विस के कारण स्लो सर्विस की दिक्कत है। इस बीच, आईटीबीपी के हेमा पोस्ट से तग्यारमेल के इलाके तक चीन के मोबाइल सर्विस एयरवेव्स आपको आसानी से मिल जाता है।