-अधिक कोरोना प्रभावित शहरों में एक तरह से नाकेबंदी कर दी गई
नई दिल्ली । महामारी कोरोना के घातक वायरस के प्रसार में चीन पहले ही बदनाम हो चुका है। शुरुआत के दो सालों में यहां कोरोना पर काफी नियंत्रण रहा लेकिन अब यह नियंत्रण से बाहर जा रहा है। चीन के शंघाई शहर में कोरोना ने कोहराम मचा रखा है। लोगों को घरों के कंपाउड से बाहर तक निकलने नहीं दिया जा रहा है।
इसके बावजूद शंघाई में बुधवार को कोरोना 18495 नए मामले सामने आए हैं। इनमें 15861 मामले बिना लक्षण वाले हैं जबकि 2634 मामले लक्षण वाले हैं। चीन के स्थानीय प्रशासन ने कोरोना की स्थिति पर काबू पाने के लिए जीरो ट्रांशमीशन की नीति अपनाई है। शंघाई शहर में कोविड-19 से आठ और लोगों की मौत के बाद पूर्वी महानगर में संक्रमण से मौत के मामले बढ़कर 25 हो गए।
चीन के अधिक कोरोना प्रभावित शहरों में एक तरह से नाकेबंदी कर दी गई है। सड़के सुनसान हैं और बिना अनुमति किसी को भी घर के दहलीज से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। एक परिवार से एक दिन में सिर्फ एक आदमी को जरूरी सामान लाने के लिए बाहर निकलने की अनुमति है। कोरोना होने पर क्वारंटीन सेंटर में रख दिया जाता है।
स्थानीय लोगों के घरों में खाने-पीने तक की भारी किल्लत हो गई है। एनडीटीवी की खबर के मुताबिक जिंगान के सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट में सभी मॉल, शॉपिंग सेंटर और लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
लोगों के घरों के कंपाउंड से बाहर निकलने की मनाही है। चोंगमिंग के डिप्टी गवर्नर झांग झिटोंग ने बताया, सुपरमार्केट से लेकर दुकानें तक बंद कर दी गई है। बिना मंजूरी किसी भी वाहन को सड़कों पर आने की अनुमति नहीं है। प्रत्येक परिवार से एक व्यक्ति को एक दिन में शहर में जाने की अनुमति है। कोरोना संक्रमितों को क्वारंटीन में रखा जा रहा है। इसके अलावा 441 संक्रमित क्वारंटीन से बाहर हैं।
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के मुताबिक चीन में नए ‘ओमिक्रोन’ वेरिएंट के 19,300 से अधिक नए मामले सामने आए। दिसंबर 2019 में कोविड-19 का पहला मामला सामने आने के बाद से देश में संक्रमण से कुल 4,663 लोगों की मौत हुई है। चीन में बुधवार को कोविड-19 के 19,382 नए मामले सामने आए, जिनमें से अधिकतर मामले शंघाई में सामने आए। इनमें से 2,830 लोगों में संक्रमण का कोई लक्षण नहीं था, लेकिन उन्हें भी अन्य मरीजों के साथ निर्धारित अस्पतालों में ही इलाज कराना होगा।
आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, शंघाई के अलावा, 17 अन्य प्रांतीय क्षेत्रों में कोविड-19 के नए मामले सामने आए, जिनमें से उत्तर-पूर्वी प्रांत जिलिन में 95 और बीजिंग में एक मामला सामने आया है। देश में बुधवार तक 31,421 लोगों का अस्पतालों में कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा था। इस बीच, अधिकारियों ने पिछले कुछ दिनों में शंघाई में कोविड-19 के कारण बढ़ते मौत के मामलों के लिए बुजुर्ग आबादी में कम टीकाकरण दर को जिम्मेदार ठहराया है।
महामारी वैज्ञानिकों का कहना है कि देश के लिए यह एक गंभीर चेतावनी है, बुजुर्गों में टीकाकरण दर कम होने के कारण चीन में कोविड-19 संबंधी पाबंदियों में ढील देने में परेशानी आ रही है। शंघाई सरकार के अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया था कि शहर के 36 लाख बुजुर्गों (जिनकी आयु 60 और उससे अधिक है) में से केवल 62 प्रतिशत लोगों का पूर्ण टीकाकरण हुआ है। 80 वर्ष से अधिक आयु के केवल 15 प्रतिशत लोगों का टीकाकरण हुआ है। ‘बूस्टर’ खुराक महज 38 प्रतिशत लोगों ने ली है।