— जय नरायन द्विवेदी बीआरके इंटर कालेज वलिदपुर मऊ के अपनी दो नियुक्ति तिथियो के साथ वतौर कार्यवाहक प्रधानाचार्य के रुप में सरकार को धोखा देने में नौकरी कर रहे है, द्विवेदी की नियुक्ति सबंधित अभिलेखों की जांच को डीएम का जारी हो चुका है आदेश बावजूद बचाव में मैदान में है डीआईओएस मऊ
–लोगों के साथ सरकार को धोखा देने के हर रोज की उनकी करतूत ने भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय को भी धोखा दे कुल पांच किस्तो में 10 हजार हड़पने मे ंसफलता हथिया ली है।
–ब्रह्मा नन्द पांडेय
मऊ (खरी दुनिया) दो नियुक्ति तिथियों में बीआरके इंटर कालेज वलिदपुर मऊ में कार्यवाहक प्रधानाचार्य के रूप में मॉजूद जयनरायन द्विवेदी ने अपने अपराधिक कृत्य से भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय को भी उनके द्वारा अपने जद में लिए जाने की खबर है। द्विवेदी ने ‘‘इनकम टेक्स पेई’’ होते हुए इस बात को छुपाकर खुद के नाम ‘‘किसान सम्मान निधि’’ हथिया ली है। द्विवेदी तथ्यगोपन के सहारे पांच बार तक यह सम्मान हड़पने का अपराध किया है। द्विवेदी के इस कृत्य को लेकर फिलहाल जिले का कृषि भवन मौन है।
भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की वेबसाईट चउापेंदण्हवअण्पद हड़पन के बेनीफिसरी सेक्शन में जयनरायन द्विवेदी के आधार कांर्ड के नंबर के माध्यम से उनके द्वारा किसान सम्मान निधि को हड़पने के लिए किए गए आवेदन का व्यौरा हाथ लगा है। द्विवेदी ने यूपी 229316689 के रजिस्टेªेशन नंबर के माध्यम से अपने बारे मे जो डिटेल भारत सरकार को मुहैया कराया है उसमें इस बात कही पर भी उथ्लेख नही किया है कि वह ‘‘आयकर दाता’’ भी है।
द्विवेदी ने वतौर किसान दिनांक 29/7/2019 को यूटीआर नंबर 1048631569 के माध्यम से किसान सम्मान निधि की पहली किस्त को हडपने में सफलता हासिल की है तो वही पर 20/1/2020 को यूटीआर नंबर 4236401367 और 8283995103 के माध्यम से दो और किसान सम्मान निधि को हड़पा है। द्विवेदी ने 8/4/2020 को यूटीआर नंबर 6672113383 और इसके दो दिन बाद यूटीआर नंबर 9858974805 के माध्यम से किसान सम्मान निधि की पांचवी किस्त को हड़ने में सफलता पा ली। पांच किस्तो को हड़पने के बावजूद जय नरायान द्विवेदी के इस ‘‘कूकृत्य’’ को भारत सरकार की बेवसाईट ने पकड़ लिया और आगे की किस्त को जारी नही होने दिया। फिलहाल बेवसाईट पर जयनरायन द्विवेदी का एकाउंट ‘‘इनएक्टिव’’ पोजिशन में है।
जिले के कृषि भवन के जिला कृषि अधिकारी के एक कर्मचारी ने इस अपराध के प्रति कार्रवाई के लिए खरी दुनिया को आगे आने का न्यौता तो दिया लेकिन कार्रवाई कब तक धरातल पर उतरेगी ? को लेकर मौन साध लिया। उधर जयनरायन द्विवेदी कर इस मामले को लेकर काई पक्ष हाथ नही लगा है। बताते चले कि जय नरायन द्विवेदी की बीआरके इंटर कालेज वलिदपुर मऊ मे नियुक्ति को लेकर जबसे ईएमएस/खरी दुनिया ने विभागीय अफसरों से सवाल किया है तब से जयनरायन द्विवेदी के नये नये कारनामें उसके हाथ लग रहे है।
खरी दुनिया के हाथ उनके द्वारा प्रमाणित बीआरके में पहली नियुक्ति तिथि 17/8/1993 है तो वही पर खुद जयनरायन द्विेवदी ने विभाग की बेवसाईट पर बीआरके में नियुक्त्ति तिथि को लेकर जो खुलासा किया है उसमे वह 30/7/93 हाथ लगी है। जय नरायन द्विवेदी के साथ डीएवी इंटर कालेज के देवभाष्कर तिवारी की नियुक्ति सबंधी अभिलेखों की जांच के लिए डीएम के आदेश पर डीआईओएस मऊ ने करीब 20 रोज पहले ‘‘एक्सप्लानेशन’’ काल किया है तो वही पर सत्य राम जनता इंटर कालेज कल्याणपुर मऊ के कार्यवाहक प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार ंिसह के द्वारा सरकार के करोड़ों रुपये की बंदरबांट के संदर्भ में जानकारी तलब किया है।
पत्र प्राप्ति के दो दिवस के अंदर स्पष्टीकरण मुहैया कराने के आदेश में दो दिन की समय सीमा बीते 20 रोज से अधिक की समय सीमा बीत जाने के बाद से जिला विद्यालय निरीक्षक मऊ ने अब तक न तो ‘‘रिमाईडर’’ प्रेषित किया है और न ही काई अन्य कार्रवाई की है।