डॉक्टर ने कर दिया गर्भवती का ऑपरेशन, पेट से नही निकला बच्चा

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**नाराज परिजनों ने बच्चा चोरी का लगाया आरोप,प्राइवेट चिकित्सिका ने बिना रिपोर्ट के ऑपरेशन की गलती स्वीकारी**थाने में पंचायत पर डॉक्टर ने आपरेशन की गलती स्वीकारी,मामला डेढ़ लाख पर रफा दफा*

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*(अरुण कुमार पाण्डेय,)*

मऊ । दोहरीघाट के एक प्राइवेट चिकित्सक ने बिना जॉच पड़ताल के मुर्गा फ़साने के चक्कर में गर्भवती महिला का झटपट आपरेशन कर डाला, आपरेशन के बाद बच्चा पेट मे था ही नही, जिस पर नवजात शिशु के चोरी का आरोप लगाते हुए परिजनों सहित लोगों ने जमकर हंगामा काटा,तथा थाना का घेराव किया। इससे बात नहीं बनी तो सड़क जाम कर दिया। इसकी वजह से आवागमन ठप हो गया।

मामले की गंभीरता को देखते हुए थानाध्यक्ष मौके पर पहुंचे और नागरिकों को समझा-बुझाकर आधा घंटा बाद जाम समाप्त कराया। इसके बाद डाक्टर व परिजनों के बीच घंटों चली मैराथन पंचायत के बाद डाक्टर ने बिना जांच के आपरेशन करने की अपनी गलती स्वीकारी और डेढ़ लाख रुपया हर्जाना देकर मामले पर पर्दा डाल दिया गया।पूर्वी संसार प्रतिनिधि के अनुसार दोहरीघाट बाजार निवासी अनिता पत्नी राजन की बहू गर्भवती थी। उसके पेट में दर्द हो रहा था। शुक्रवार की रात को परिजनों ने उसे लेकर एक प्राइवेट नर्स के यहां दिखाया,जहां बेसिक उपचार के बाद नर्स ने कस्बे में स्थित जीवन धारा हास्पिटल ले जाने को कहा। इसके बाद परिवार के लोग गर्भवती को लेकर जीवन धारा अस्पताल पंहुचे।

यहां पर तैनात चिकित्सक गुलभारी चौहान ने कहा कि तुरंत आपरेशन करना पड़ेगा। इसके लिए कुल पैंतीस हजार रुपये खर्च आएंगा। इस पर पीड़िता की सास पांच हजार रुपये जमा कर दी। इसके बाद डाक्टर ने अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट लाने को कहा। डॉक्टर ने मुर्गा फ़साने के चक्कर में आव देखा न ताव डाक्टर ने बिना स्वजन की सहमति से आपरेशन कर दिया। इसके बाद चिकित्सक ने कहा कि पेट में बच्चा ही नहीं था। इसके बाद परिजनों ने डाक्टर पर नवजात शिशु चोरी का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा।

घटना की जानकारी होने पर आज सुबह नौ बजे तक सैकड़ों की संख्या में अस्पताल पर पहुंच गए। इसके बाद डाक्टर पर चोरी का आरोप लगाते हुए उसकी गिरफ्तरी की मांग करने लगे। थाने पर जाकर नागरिकों ने थाने का घेराव कर दिया और डाक्टर के खिलाफ तहरीर भी दी। इसके बावजूद पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही थी। थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह के समझाने बुझाने पर जाम आधे घंटे के बाद जाम समाप्त हुआ।घटना को गंभीरता को समझते हुए पुलिस ने चिकित्सक गुलभारी चौहान को थाने में बुलाया।साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डा. फैजान सहित अन्य डाक्टरों को बुलाया गया।

अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट में बच्चे का ग्रोथ नहीं दिख रहा था। कई चिकित्सको को रिपोर्ट दिखाकर राय ली गई। पूर्वी संसार न्यूज़ मऊ,बिना जांच के डाक्टर द्वारा आपरेशन करने की बात को अपनी मानवीय भूल बताई गई और गलती की माफी मांगी अपनी गलती स्वीकार की। जिसके बाद डेढ़ लाख रुपये पीड़िता के परिजनों को देकर मामला पर पर्दा डाल दिया गया।घटना की क्षेत्र में तरह तरह की चर्चा।

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