मुंबई । टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड यानी टीसीपीएल अब होम और पर्सनल केयर इंडस्ट्री में उतरने की तैयार में है। कंपनी अधिग्रहण की अगुवाई वाली रणनीति के माध्यम से अपनी महत्वाकांक्षी विकास योजनाएं तैयार कर रही है। मामले से जुड़े शीर्ष अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। जो कंपनी मुख्य रूप से खाद्य और पेय पदार्थों के क्षेत्र में काम कर रही है, वह अब डिटर्जेंट, होम क्लीनर, बॉडी वॉश और क्रीम जैसी श्रेणियों में भी हाथ आजमाएगी। अपनी योजना को लागू करने के लिए कंपनी अधिग्रहण का सहारा लेगी। अधिकारी ने बताया कि पिछले एक साल में संगठनात्मक सरलीकरण और तालमेल पर ध्यान केंद्रित करने के बाद टाटा कंज्यूमर अब अपने अपने पोर्टफोलियो का बड़े पैमाने पर विस्तार करेगी।
अधिकारियों ने बताया कि कंपनी का प्रबंधन उन कैटेगरीज में काफी तेजी से विस्तार पर ध्यान देगी, जिनमें कंपनी टॉप-थ्री प्लेयर्स में शामिल है। कंपनी की एमएंडए टीम पहले से ही बाजारों में अधिग्रहण के अवसरों की तलाश कर रही है। उपभोक्ताओं के मन में टाटा ब्रांड को लेकर एक मजबूत विश्वास है। इस विश्वास के चलते कंपनी के पास देश में कई सारे अवसर उपलब्ध हैं। हमारे पास पहले से ही खाद्य पदार्थों में एक मजबूत ब्रांड इक्विटी है और इसका उपयोग होम एंड पर्सनल केयर क्षेत्र में होगा। हालांकि, टाटा कंज्यूमर ने अभी तक इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। अधिकारियों ने कहा कि कंपनी एफएमसीजी स्पेस में ऐसी कैटेगरी की तलाश कर रही है, जहां वह स्केल के जरिए असर डाल सके। यहां तक कि खाद्य क्षेत्र में यह ब्रांडेड सूखे मेवों में भी जा सकती है। यह एक ऐसी जगह है, जिसे एक कमोडिटी के रूप में देखा जाता है और इसमें कोई ब्रांडेड खिलाड़ी नहीं हैं।
टाटा कंज्यूमर ने निष्पादन पर केंद्रित एक पूरी तरह से नई कार्यकारी प्रबंधन टीम बनाई है, जिसका नेतृत्व मुख्य कार्यकारी सुनील डिसूजा कर रहे हैं, जिन्हें अप्रैल 2020 में काम पर रखा गया था। मुख्य परिचालन अधिकारी अजीत कृष्णकुमार, जिन्हें जनवरी 2020 में नियुक्त किया गया था, बैकएंड के प्रभारी हैं। इसमें आपूर्ति श्रृंखला, रसद, सहयोगी कंपनियों का एकीकरण और समग्र परिचालन कार्यों को संभालना शामिल है।
अधिकारियों ने कहा कि सेल्स एंड मार्केटिंग टीमों में कंपनी की लगभग आधी प्रतिभा आज एक्सटर्नल रूप से हायर की हुई है।
कंपनी के शीर्ष अधिकारी ने कहा, प्रबंधन एक ऐसी विशाल एफएमसीजी कंपनी का निर्माण करना चाहता है, जो बाजार में भी चुस्त और फुर्तीली हो। एक कल्चर का निर्माण किया जा रहा है, जो एक चुस्त एफएमसीजी कंपनी के लिए उपयुक्त हो, जो उत्पादकता, दक्षता और विकास पर केंद्रित हो। एक ऐसा कल्चर जो भारत के विशाल उपभोग बाजार में विकास के अवसरों को भुनाए और शेयरधारकों के लिए मुनाफा बनाए।’