लखनऊ । बैडमिंटन खिलाड़ी सुहास यथिराज को टोक्यो पैरालंपिक खेलों में रजत पदक मिलने पर खुशी व्यक्त करते हुए सुहास की पत्नी ने कहा कि यह कठिन अभ्यास का ही परिणाम है। सुहास ओलंपिक में पदक जीतने वाले पहले आईएएस अधिकारी हैं। उनकी पत्नी ऋतु सुहास भी आईएएस हैं। सुहास की जीत के लिए उनकी पत्नी ऋतु ने मैच के दिन मौन व्रत भी रखा था। पत्नी ऋतु ने कहा कि उन्होंने मैच समाप्त होने के बाद ही मौन व्रत तोड़ा। ऋतु ने कहा कि सुहास नौकरी और खेल दोनों ही काम दिल से करते हैं। काम के बाद रात को 4 घंटे अभ्यास करते थे, उनकी मेहनत रंग लाई है। इसलिए यह प्रदक स्वर्ण से भी बढ़कर है। सुहास ने बैडमिंटन में भारत के लिये तीसरा पदक जीतने के बाद कहा, ‘‘मैं अपने प्रदर्शन से बहुत खुश हूं लेकिन मुझे यह यह मैच दूसरे गेम में ही खत्म कर देना चाहिए था। ” उन्होंने कहा, ‘‘इसलिये मैं थोड़ा सा निराश हूं कि मैं फाइनल नहीं जीत सका क्योंकि मैंने दूसरे गेम में अच्छी बढ़त बना ली थी। लेकिन विरोधी खिलाड़ी लुकास को बधाई। जो भी बेहतर खेलता है, वो विजेता होता है। ”