इस्लामाबाद । पाकिस्तान ने पड़ोसी देश अफगानिस्तान की पंजशीर घाटी में तालिबान के हमले में मदद देने की खबरों को सिरे नाकर दिया और कहा कि यह बदनीयती से किया जा रहा दुष्प्रचार है। तालिबान ने कहा कि उसने पंजशीर घाटी पर कब्जा कर लिया है। पिछले महीने अफगानिस्तान में हमला करने के बाद उनके नियंत्रण से बस यही प्रांत बचा हुआ था। कुछ खबरों में अमेरिकी मध्य कमान के एक सूत्र के हवाले से कहा गया है कि पाकिस्तानी सेना ड्रोन हमलों द्वारा और पाकिस्तानी विशेष बलों से भरे 27 हेलीकॉप्टरों के साथ पंजशीर में तालिबान के हमले में सहायता कर रही थी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता आसिम इफ्तिखार ने गुरुवार रात जारी एक बयान में, ‘इन आरोपों को दुष्ट भावना से चलाए जा रहे दुष्प्रचार अभियान के हिस्से के रूप में सिरे से खारिज कर दिया।’ बयान में कहा गया, ‘ये दुर्भावनापूर्ण आरोप पाकिस्तान को बदनाम करने और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करने के हताश प्रयास का एक हिस्सा थे।’ प्रवक्ता ने शांतिपूर्ण, स्थिर, संप्रभु एवं समृद्ध अफगानिस्तान के लिए पाकिस्तान की स्थायी प्रतिबद्धता को दोहराया।
तालिबान छापेमारों ने अगस्त के मध्य में अफ़ग़ानिस्तान पर कब्ज़ा कर लिया और पश्चिमी देशों द्वारा समर्थित निर्वाचित नेतृत्व को हटा दिया। तालिबान को हटाने के लिए अमेरिकी सेना की अगुवाई में किए गए आक्रमण के लगभग 20 साल बाद छापामारों ने देश पर फिर से कब्जा कर लिया है। पंजशीर, एक दुर्गम पहाड़ी घाटी है जहां 1,50,000 से 2,00,000 लोग रहते हैं।यह 1980 के दशक में अफगानिस्तान के सोवियत कब्जे में होने और तालिबान के शासन की पिछली अवधि के दौरान, 1996 से 2001 के बीच प्रतिरोध का केंद्र था।