नई दिल्ली। राज्यसभा में सदस्यों ने विशेष उल्लेख के द्वारा उत्तरप्रदेश के पूर्वांचल में एक टेक्सटाइल पार्क स्थापित करने, एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए सीटें बढ़ाने से लेकर गरीब बच्चों को पढ़ाई के लिए मुफ्त इंटरनेट की सुविधा मुहैया कराने की मांग उठाकर सरकार से इनके समुचित समाधान का आह्वान किया। पूर्वांचल में टेक्सटाइल पार्क बनाने की मांग करते हुए भारतीय जनता पार्टी के सुरेश सेठ ने कहा कि देश में 140 अरब डॉलर का टेक्सटाइल उद्योग दस करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार देता है और सकल घरेलू उत्पाद में इसका योगदान दो प्रतिशत से अधिक है। उन्होंने कहा कि निर्यात के क्षेत्र में उद्योग की हिस्सेदारी दस प्रतिशत से अधिक है।
सेठ ने कहा कि भारत दुनिया में कपास और जूट का सबसे बड़ा उत्पादक है, फिर भी टेक्सटाइल उद्योग में बांग्लादेश भारत से आगे है। उन्होंने कहा ‘‘हमारे यहां कुशल कामगार हैं। उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति भी आयात-निर्यात के लिए अच्छी है। अगर वहां टेक्सटाइल पार्क बनाया जाए तब न केवल लोगों को रोजगार मिलेगा बल्कि संसाधनों के उपयुक्त इस्तेमाल के साथ साथ पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का प्रधानमंत्री का सपना पूरा होने में भी मदद मिलेगी।
वहीं वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के वी विजय साई रेड्डी ने हथकरघा क्षेत्र से जुड़ा मुद्दा विशेष उल्लेख के माध्यम से उठाकर कहा कि इस क्षेत्र से करीब 21 लाख लोग जुड़े हुए हैं, जिनमें से 72 प्रतिशत महिलाएं हैं। रेड्डी ने कहा कि कोविड काल के दौरान इस क्षेत्र में काम लगभग बंद हो गया और उत्पादों की बिक्री भी नहीं हो पाई। उन्होंने कहा कि 2020 से 2022 के दौरान कपास के दामों में हुई 69 प्रतिशत की वृद्धि से भी यह क्षेत्र प्रभावित हुआ।
रेड्डी ने हथकरघा क्षेत्र के लिए सरकार से 25 हजार करोड़ रुपये का विशेष पैकेज देने की मांग की। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र से जुड़े लोगों को सामाजिक सुरक्षा से लेकर अन्य लाभ दिए जाएं। राष्ट्रीय जनता दल के मनोज कुमार झा ने पूर्णिया में स्थित जूट एवं बनाना फाइबर क्लस्टर को आर्थिक मदद, जमीन मुहैया कराने और कारीगरों के उत्पादों की बिक्री की व्यवस्था करने की मांग विशेष उल्लेख के द्वारा उठाई।
उन्होंने कहा ‘‘यह देश का सबसे बड़ा क्लस्टर है।’’ उन्होंने मांग की कि कारपोरेट सामाजिक दायित्व योजना को क्लस्टर योजना से जोड़ा जाना चाहिए और क्लस्टरों को सीएसआर की 40 प्रतिशत राशि दी जानी चाहिए। जनता दल (यूनाइटेड) के रामनाथ ठाकुर ने कहा कि देश में एमबीबीएस की सीटें कम हैं और इसकी पढ़ाई मध्यम वर्ग के बस के बाहर है। उन्होंने कहा कि इसकारण देश के छात्र नेपाल, यूक्रेन जैसे देशों में मेडिकल की पढ़ाई पढ़ने के लिए जाते हैं। ठाकुर ने मांग की कि मेडिकल शिक्षा में आमूलचूल परिवर्तन कर इस सबके लिए सुलभ बनाया जाना, चाहिए ताकि देश में डॉक्टरों की कमी को दूर किया जा सके।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के डॉ वी शिवदासन ने कोविड काल में बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई होने का जिक्र करते हुए कहा कि गांवों और दूरस्थ इलाकों के कई स्कूल बिना बिजली के चल रहे हैं, वहां कंप्यूटर कैसे चल सकते हैं। उन्होंने कहा कि 2021 की रिपोर्ट के अनुसार, 74 प्रतिशत बच्चों की स्मार्ट फोन तक पहुंच नहीं है।
डॉ शिवदासन ने मांग की कि सरकार गरीबों के लिए मुफ्त ब्रॉडबैंड कनेक्शन और बच्चों की पढ़ाई के लिए मुफ्त इंटरनेट सुविधा सुनिश्चित करे। बहुजन समाज पार्टी के राम जी ने विशेष उल्लेख के जरिये दलित समुदाय के लोगों से जुड़ा मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि दलित समुदाय के लोगों पर अत्याचार की खबरें आए दिन सुनने को मिलती हैं और कुछ मामलों में तो दोषी बच भी जाते हैं। उन्होंने मांग की कि ऐसे मामलों की कड़ाई से जांच कर दोषियों को कड़ी सजा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक प्रावधान किए जाएं।