चेन्नई (तमिलनाडु)। भारतीय तटरक्षक हेलीकॉप्टर ने एक श्रीलंकाई मछुआरे को निकाल कर चेन्नई ले आए। जिसकी नाव इंजन में खराबी के कारण भारतीय जल सीमा में आ गया और हृदय रोगी होने से उसकी हालत काफी खराब हो गई। ऐसी दशा में भारतीय तटरक्षक के अधिकारी उसे हवाई मार्ग से चेन्नई ले आए और अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी चिकित्सा चल रही है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, चेन्नई में भारतीय तटरक्षक बल के समुद्री बचाव समन्वय केंद्र (एमआरसीसी) को एमआरसीसी कोलंबो से श्रीलंकाई मछली पकड़ने वाले जहाज (एसएलएफवी) ‘कालपेनी’ के बारे में इमरजेंसी वार्निंग मिली, जिसमें यह बताया गया कि मछली पकड़ने वाले जहाज में खराबी के कारण समुद्र में दूर निकल गया। यह जहाज मार्च में ही श्रीलंका से कॉड बे मछली पकड़ने के बंदरगाह से 6 सदस्यों के साथ रवाना हुई थी, लेकिन 28 मार्च को संपर्क टूट गया और बहुत कोशिश करने के बाद संपर्क नहीं हो सका।
भारतीय तट रक्षक ने जब पुडुचेरी से लगभग 40 एनएम दूर नाव देखी तो इसके गतिविधियों पर अधिकारियों को शक हुआ। इस बीच एक तकनीकी दल ने इसकी मरम्मत करने की कोशिश भी की, लेकिन स्पेयर पार्ट्स की कमी के कारण ऐसा नहीं हो सका। तब मछुआरों ने श्रीलंकाई अधिकारियों को बेस हार्बर तक पहुंचने के लिए सहायता मांगी और इसकी जानकारी भारतीय तटरक्षक को दी गई।
इस दौरान, नाव निगरानी में थी और चेन्नई से 60 एनएम तक बह गई थी। चालक दल के एक सदस्य 44 वर्षीय पीएम सुमित ललिता को सांस लेने में तकलीफ हुई और उस समय उसका जीवन खतरे में देखकर भारतीय तटरक्षक ने उसे हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया और चेन्नई लाइव अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है।
आईसीजीएस रानी अब्बक्का नाव पर पहुंचीं और कुछ ही घंटों में मरीज को बाहर निकाल लिया। मछुआरे को बुनियादी चिकित्सा उपचार दिया गया और उसे एक उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर (एएलएच) पर चेन्नई के तटरक्षक वायु स्टेशन पर ले जाया गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया।