मुंबई । कारों और दोपहिया वाहनों के बाद भारत अब तिपहिया वाहनों के एक महत्वपूर्ण हिस्से को इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) में बदलने पर विचार कर रहा है। सरकार ने 2030 तक देश की सड़कों पर दौड़ने वाले कुल वाहनों के 30 प्रतिशत को इलेक्ट्रिक वाहन में बदलने का लक्ष्य तय किया है।
माल ढुलाई वाले वाहनों से लेकर कचरा निपटान वैन तक को इलेक्ट्रिक में बदलने से तिपहिया वाहनों की परिचालन की लागत घटेगी। चारपहिया वाहनों के उलट तिपहिया वाहनों में डिस्चार्ज बैटरी को चार्ज करने या बदलने के आसान विकल्प आते हैं, जिससे चार्ज होने में लगने वाले समय की बचत होती है।
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (सीईएसएल) की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कन्वर्जेंस एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड (सीईएसएल) ने अलग-अलग तरह के इस्तेमाल के लिए बिजली से चलने वाले एक लाख तिपहिया वाहनों की खरीद को लेकर 3,000 करोड़ रुपए की निविदा जारी की है।