नई दिल्ली। आईफोन बनाने वाली कंपनी ऐपल ने भारत में ऐपल आईडी का इस्तेमाल कर सब्सक्रिप्शन और ऐप खरीदारी के लिए कार्ड से भुगतान स्वीकार करना बंद कर दिया है। यह बदलाव पिछले साल लागू हुए आरबीआई के नए ऑटो-डेबिट नियमों के कारण किया गया है। ऐपल के कई यूजर्स ने भारत में स्वीकार की जाने वाली पेमेंट मोड से क्रेडिट और डेबिट कार्ड के विकल्प को हटाने की शिकायत के लिए ट्विटर का सहारा लिया है।
जिन यूजर्स के पास पहले से ही उनके अकाउंट में पेमेंट मोड के रूप में कार्ड जोड़ा गया है, वे भी अपनी ऐपल आईडी के जरिए नई पेमेंट नहीं कर पा रहे हैं। कंपनी यह कहते हुए एक एरर दिखा रही है कि इस प्रकार का कार्ड अब सपोर्टेड नहीं है। प्रत्येक देश में उपलब्ध पेमेंट मोड को लिस्ट करने वाले ऐप्पल के सपोर्ट पेज देखने से पता चलता है कि कंपनी फिलहाल पेमेंट हासिल करने के तीन विकल्पों के रूप में नेटबैंकिंग, यूपीआई और ऐपल आईडी बैलेंस का सपोर्ट करती है ।
यह बदलाव 18 अप्रैल को किया गया। कंपनी ने कहा है कि भारत में रिकरिंग ट्रांजैक्शंस प्रोसेसिंग में रेगुलेटरी शर्तें लागू होती हैं। यदि आप भारतीय डेबिट या क्रेडिट कार्ड रखते हैं और आपके पास सब्सक्रिप्शन है, तो यह परिवर्तन आपके ट्रांजैक्शंस को प्रभावित करते हैं। बैंक और कार्ड जारी करने कुछ ट्रांजैक्शंस को अस्वीकार कर सकते हैं। पेमेंट मैकेनिज्म में बदलाव करने वाले में ऐपल अकेला नहीं है।
भारतीय रिजर्व बैंक के नियमों में बदलाव से प्रभावित होने वाली कंपनियों में गूगल भी शामिल है। इसके बड़ी संख्या में यूजर्स को गूगल प्ले और यूट्यूब पर अपने कार्ड के जरिए रिकरिंग पेमेंट और खरीदारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी प्रतिबंधों के कारण कई यूजर्स के लिए गूगल वर्कस्पेस ट्रांजैक्शंस को प्रोसेस नहीं कर पा रही है।