मऊ मे तकनीकी सहायक के पद पर तैनात रहे चक्रधारी सिंह ने शिकायतबाद दिया इस्तीफा, तो केशरी देवी बालिका उच्चत्तर माध्यमिक बिद्यालय कैंसो मे बरकरार रखी है नौकरी।
केशरी देवी उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय कंसो मे प्रबंधक द्वारा अपने पालय की की गई नियुक्ति और मऊ मे नौकरी दौरान विद्यालय मे सेवा को लेकर एक्शन के आसर
मऊ/ बलिया। केशरी देवी बालिका उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय कंसो रसड़ा जनपद बलिया के प्रबंधक द्वारा अपने पाल्यो की अपने प्रबंधकीय कार्यकाल मे विभागीय अधिकारियो से मिलकर की गई नियुक्ति का प्रकरण बेसिक शिक्षा अधिकारी बलिया तक पहुंच गया है। प्रबंधक द्वारा पाल्यो की नियुक्ति और मऊ मे मनरेगा मे नौकरी दौरान विद्यालय मे तैनाती के तथ्यों को छुपाने को लेकर अब महकमा गंभीर हो गया है।
विभागीय सूत्रों के अनुसार केशरी देवी बालिका उच्चतर माध्यमिक बिद्यालय कंसो मे वहा के प्रबन्धक ने अपने कई पाल्यो की नियम विरुद्ध नियुक्तियां की है। इसी नियुक्ति मे जनपद मऊ मे डीसी मनरेगा के अधीन तकनीकी सहायक के पद पर तैनात चक्रधारी सिंह की भी केशरी देवी बालिका उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय कैंसो मे हुई नियुक्ति भी है।
चक्रधारी सिंह ने दोनो जनपद से सरकारी वृततिक लेने के लक्ष्य से अपने पालक और प्रबंधक से मिलीभगत कर जहा केशरी देवी बालिका उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय कंसो बलिया मे नियुक्त होकर सरकारी वेतन हड़पा है तो वही पर इसी विद्यालय मे नौकरी करते हुए चक्रधारी सिंह ने जनपद मऊ के जिला समन्वयक मनरेगा के अधीन तकनीकी सहायक के पद पर नौकरी कर सरकारी वेतन को भी हड़पने का अपराध किया है।
चक्रधारी सिंह आदि के इस अपराधिक कृत्य की शिकायत जिलाधिकारी बलिया और बेसिक शिक्षा अधिकारी बलिया के कार्यालय मे पहुंच गई है। बेसिक शिक्षा अधिकारी अब इस मामले को लेकर मऊ मे चल रही जाँच दौरान उनसे मुख्य विकास अधिकारी द्वारा मांगी गई आंख्या को दिये जाने की तैयारी की जा रही है तो वही पर प्रबंधक द्वारा केशरी देवी बालिका उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय कंसो मे पाल्यो की की गई नियुक्ति की भी जाँच शुरू कर दी गई है।