वर्षो से सीएमओ मऊ दफ्तर में नौकरी कर रहे का “स्थानांतरण” क्यो नही ?
: : पिछले वर्ष हुआ था स्थानांतरण , लेकिन जमे रहे बाबुओ के पाव
: : पिछले वर्ष संशोधित तो हुए थे कई स्थानांतरण, लेकिन निरस्त हुआ तो मऊ के इन बाबुओ का
ब्रह्मा नंद पांडेय
मऊ (खरी दुनिया)। मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में अपनी प्रथम नियुक्ति तिथि से तैनात अजय सिंह और बीएन राय को लेकर सरकार की स्थानांतरण पालिसी पर सवाल उठने लगे है। दोनों बाबुओ की बीते वर्ष हुए स्थानांतरण के बाद उसके निरस्त होने पर सरकार की ट्रान्सफर पालिसी जिले में सवालो के घेरे में आ गई है।
बिभागीय सूत्रों के अनुसार मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में अपनी प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा दे रहे अजय सिंह और बीएन राय को लेकर सूबे की सरकार की स्थानांतरण पालिसी क्यो फेल साबित हो रही है ? को लेकर बाबुओ के ऊंचे रसूख की जहा चर्चा में है वही पर इन बाबुओआ का कर्मचारी संगठनों से जुड़कर खुद का किया जा रहा बचाव भी चर्चा से दूर नही है। इनकी माने तो कर्मचारी संगठन के पदाधिकारियों का स्थानांतरण नही होता है , इस लिए ये संगठन से जुड़कर अपना उल्लू सीधा कर सरकार की स्थानांतरण पॉलिसी को मुह चिढाने का काम हर साल से करते आ रहे है।
पिछले वर्ष इन दोनों बाबुओआ का स्थानांतरण किन कारणों से निरस्त हुआ, इसको लेकर बिभाग कुछ भी कहने की स्थिति में नही है लेकिन इस सरकार में हुए स्थानांतरण को निरस्त होने पर सभी की उंगलियां उनकी दांतो के नीचे है क्योंकि सरकार में हुए अधिकांश स्थानांतरण संशोधित तो हुए लेकिन निरस्त नही हुए। बहरहाल इस वर्ष की स्थानांतरण पालिसी अभी लागू नही हुई है लेकिन क्या मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय मऊ में तैनात इन बाबुओ का वर्षो से एक जगह पर नौकरी का किया जाना सूबे की भाजपा सरकार की स्थानांतरण पॉलिसी पर सवाल खड़ा करने बाज नही आ रहे है। बहरहाल इन दोनों बाबुओ का स्थानांतरण होगा या फिर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी ये दोनों बाबू आने ऊची रसूख में सरकार से मिलने वाले आशीर्वाद को साबित करते है, यह समय के गर्भ में है।
जांच में सीएमओ की पत्नी हो सकती है प्रभावित , न की सीएमओ
मऊ (खरी दुनिया) । मुख्य चिकित्साधिकारी पर अपनी पत्नी के खाते में जमा रकम की जांच की जांच सीएमओ को कितना प्रभावित करेगी? इस पर अभी कुछ कहना जल्दीबाजी होगी, लेकिन सीएमओ की पत्नी ने इतनी बड़ी रकम कहा से कैसे अर्जित की इसको बताना सीएमओ की जगह उनकी पत्नी की जिम्मेदारी अधिक है । बहरहाल मामले में शासन जांच में तथ्यों को खंगालने में जुटा है। बताते चले कि सीएमओ का अगले दो महीने में रिटायरमेन्ट है।