–वर्ष २०१७ तक मऊ मे नही रहा कोई मुख्य अग्नि समन अधिकारी, फिर हॉस्पिटलो ने हॉस्पिटलो के नवीनीकरण रजिस्ट्रेशन मे सीएमओ के यहां अग्नि समन बिभाग के सीएफओ की लगाएअनापत्ति प्रमण पत्र
— सीएमओ ने बिना अनापत्ति प्रमाण पत्रों की जांच हॉस्पिटलो का रजिस्ट्रेशन और उसका वर्ष २०१५ से २०१७ तक किया रजिस्ट्रेशन और नवीनीकरण सीएमओ दफ्तर की भी भूमिका संदिग्ध
( ब्रह्मा नंद पाण्डेय)
मऊ ( खरी दुनिया)। राहुल हॉस्पिटल के नाम मुख्य अग्नि समन अधिकारी कार्यालय से जारी वर्ष २०१५ मे १ और २०१६ मे २ अनापत्ति प्रमाण पत्रों की बैधता पर उठे स्वालो ने बिभागीय खामियों का पिटारा खोल दिया है। तीनो अनापत्ति प्रमाण पत्रों को लेकर खरी दुनिया शीर्ष अदालत की ओर जाने की तैयारी मे है।
बिभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राहुल हॉस्पिटल के नाम नियत प्राधिकारी मऊ के कार्यालय मे मानचित्र संख्या ५३९/१६ की स्वीकृति और सरकारी फाइल मे अग्नि समन कार्यालय के अग्नि समन अधिकारी द्वारा वर्ष २०१६ मे जारी अनापत्ति प्रमाण पत्रों की बैधता कटघरे मे आ गई है।
हलाकि राहुल हॉस्पिटल इस आरोप मे अकेले नही है, अधिकांश हॉस्पिटलो के नाम बिना अधिकार यहां के कार्यालय से अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी हुए है जिसके आधार पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय ने यहा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय ने बिना तथ्यों की जाँच किये उनके हॉस्पिटलो का रजिस्ट्रेशन और रजिस्टर्ड हॉस्पिटलो को नवीनीकृत किया है।
राहुल हॉस्पिटल के नाम वर्ष २०१६ मे जारी अनापत्ति प्रमाण पत्र पुरी तरह से फर्जी है क्योकि अनापत्ति प्रमाण पत्र को जारी करने वाले अधिकारी ने संबाददाता के नाम एक पत्र जारी कर ,राहुल हॉस्पिटल द्वारा नियत प्राधिकारी कार्यालय मऊ और सीएमओ दफ्तर मऊ मे लगाए गये अनापत्ति प्रमाण पत्रों पर खुद के हस्ताक्षर के होने से इनकार का पत्र दिया है, जिसको लेकर वह अदालत मे है।