प्रयागराज । अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत की जांच के लिए पहुंची सीबीआई बाघंबरी गद्दी मठ में अब हर साक्ष्य तलाशन में जुटी है। टीम ने शनिवार को भी मठ का दौरा किया था। रविवार को टीम ने दोबारा मठ में पहुंचकर घटना का रिक्रिएशन किया। वहीं सीबीआई टीम ने महंत नरेन्द्र गिरी के प्रिय शिष्य बलवीर गिरि से भी करीब एक घंटे तक पूछताछ की।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मठ पहुंची सीबीआई की जांच टीम ने नायलान की रस्सी से महंत के वनज के बराबर 85 किलो का पुतला पंखे के हुक से लटकाया और फिर मठ के सेवादारों से ही उसे तीन बार उतरवाया। इस दौरान टीम लगातार वीडियाग्राफी भी करती रही। दरअसल टीम यह देखना चाहती थी कि नायलान की रस्सी 85 किग्रा का वजन उठा भी सकती है या नहीं।
महंत की कथित मौत के बाद उनके कमरे में सबसे पहले पहुंचे सेवादारों से ही टीम ने यह काम करवाया। बताया जाता है कि सीबीआई ने महंत का शव उतारने वाले सेवादार सुमित द्विवेदी का मोबाइल जब्त कर लिया है।
विदित हो कि महंत नरेंद्र गिरि की मौत के रहस्य को सुलझाने के लिए सीबीआई टीम पूरी तरह सक्रिय है।
विदित हो कि महंत नरेंद्र गिरि की बीती 20 सितंबर को संदिग्ध मौत हो गयी थी। उनका शव मठ के एक कमरे में फंदे पर लटका मिला था। 11 पन्नों का सुसाइड नोट भी मिला था। इसमें उनके शिष्य आनंद गिरि, लेटे हनुमान मंदिर के प्रमुख पुजारी आद्या तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी का जिक्र था। तीनों को मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। महंत के कथित सुसाइड नोट को आधार मानकर प्रयागराज पुलिस ने आनंद गिरी, आद्या तिवारी और उनके पुत्र संदीप तिवारी को गिरफ्तार कर लिया था। बाद में उन्हें न्यायालय ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।