मुंबई। महाराष्ट्र में लगातार किसानों द्वारा आत्महत्या करना चिंता का विषय है. राज्य या केंद्र सरकार कोई ऐसी ठोस योजना अबतक नहीं बना पा रही है ताकि आत्महत्या का सिलसिला थम सके. इस बीच चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है कि महाराष्ट्र में रोजाना 8 किसान आत्महत्या कर रहे हैं और बीते 7 महीने में 1717 किसानों ने आत्महत्या की है. आश्चार्यजनक बात ये है कि 773 परिवारों को अबतक कोई सरकारी मदद नहीं मिल पाया है.
कहा गया है कि राज्य के आठ जिलों में किसानों द्वारा आत्महत्या की दर सबसे अधिक है. आपको बता दें कि जब एकनाथ शिंदे ने पिछले साल 30 जून को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उस समय उन्होंने ये दावा किया था कि अब राज्य में एक भी किसान आत्मघाती कदम नहीं उठाएंगे और महाराष्ट्र आत्महत्या मुक्त महाराष्ट्र होगा। लेकिन पिछले सात महीनों में अमरावती जलगाँव औरंगाबाद जालाना बीड यवतमाल बुलढाणा और वर्धा इन आठ जिलों में सबसे अधिक किसानों द्वारा आत्महत्या करने की जानकारी सामने आई है।