महाराष्ट्र में ख़त्म हुआ भक्तों का इंतजार, खुला भगवान का द्वार
- मंदिर जाकर मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ने किए दर्शन
मुंबई। महाराष्ट्र में भक्तों का इंतजार आखिरकार खत्म हुआ और गुरुवार से यानि नवरात्रि के पहले दिन राज्य के सभी मंदिरों का द्वार खुल गया. दरअसल पिछले १९ महीनों से कोरोना संक्रमण के चलते महाराष्ट्र में बंद धार्मिक स्थलों के दरवाजे बंद थे जो गुरुवार से भक्तों के लिए सशर्त खुल गए। अपने भगवान के दर्शन को बेकरार भक्त गुरुवार सुबह से ही धार्मिक स्थलों में जाकर दर्शन कर रहे हैं। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने गुरुवार सुबह मुंबई के महालक्ष्मी मंदिर जाकर माता के दर्शन किए और आशीर्वाद लिया. उन्होंने कोरोना काल से राज्य जल्द से जल्द बाहर निकले और राज्य की अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटे उसके लिए माता महालक्ष्मी से प्रार्थना की. इसके कुछ ही देर बार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी पत्नी रश्मि ठाकरे के साथ मुंबा देवी के दर्शन करने के लिए पहुंचे. - वहीं उपमुख्यमंत्री पवार भी सिद्धि विनायक मंदिर पहुंचे और वहां पूजा-अर्चना की. आपको बता दें कि कोरोना के मामले कम होने के साथ ही राज्य सरकार ‘ब्रेक दी चेन’ के तहत धीरे-धीरे लोगों की सहूलियतें बढ़ा रही है। इसी के तहत ७ अक्टूबर से राज्य सरकार ने सभी धार्मिक स्थलों के पट खोलने का निर्णय लिया था, जिसके तहत गुरुवार से मंदिर, मस्जिद, गिरजाघर, गुरद्वारों सहित सभी धार्मिक स्थल सशर्त खुल गए। लेकिन सभी धार्मिक स्थलों के व्यवस्थापकों को कोरोना नियमों का सख्ती से पालन करना होगा। इसके तहत उन्हें अपनी क्षमता से आधे भक्तों को ही धार्मिक स्थलों में प्रवेश देना है। इसके साथ ही वहां सोशल डिस्टेंसिंग, सेनिटाइजर, मास्क को अनिवार्य है। इसके साथ ही धार्मिक स्थल को समय-समय पर सेनेटाइज करना अनिवार्य होगा। मुंबई महानगरपालिका ने मुंबादेवी, सिद्धिविनायक, महालक्ष्मी, बाबुलनाथ, माहिम दरगाह, हाजी अली जैसे तमाम धार्मिक स्थलों को सचेत किया है कि वे परिसर में आनेवालों के तापमान की जांच सहित कोरोना नियमों का पालन करें। इस संबंध में मुंबई सहित राज्य सरकार ने भी अपनी पूरी तैयारी दर्शाई है। कोरोना नियमों का उल्लंघन करने वाले धार्मिक स्थलों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए हैं।
- शिरडी में रोजाना 15 हजार भक्तों की इजाजत
महाराष्ट्र सरकार की अनुमति मिलने के बाद महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित शिरडी के साईं बाबा का मंदिर भी गुरुवार से खुल गया है. प्रतिदिन 15 हजार भक्त साईंबाबा का दर्शन कर सकेंगे. दर्शन के लिए पास ऑनलाइन माध्यम से दिए जाएंगे. 65 साल से अधिक उम्र के व्यक्ति यानी सीनियर सिटीजन, दस साल से छोटे बच्चे और गर्भवती महिलाओं को मंदिर में प्रवेश नहीं मिलेगा. दर्शन के लिए या तो कोरोना वैक्सीनेशन कंप्लीट होना जरूरी है या फिर आरटी-पीसीआर टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट देखी जाएगी.
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