वाराणसी । प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह कहना कि प्रियंका गांधी सफाई करने के ही योग्य हैं, शर्मनाक बयान है। इस बयान से उन्होंने रोजाना अपने घरों में झाड़ू लगाने वाली माताओं-बहनों के साथ ही गांवों-शहरों में सार्वजनिक स्थान पर सफाई करने वाले दलित भाइयों का अपमान किया है। यहीं वजह है कि कांग्रेस पार्टी आज झाड़ू लगाकर यह प्रदर्शित करने का काम रही है कि हम इस काम को भी सम्मान और स्वाभिमान मानते हैं। सम्मान और स्वाभिमान की रक्षा के लिए हम इसी झाड़ू के सहारे इस सरकार को उखाड़ कर फेंक देंगे।
कल 10 अक्टूबर को यहां जगतपुर इंटर कॉलेज के खेल मैदान में कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी की जनसभा से पहले वाराणसी पहुंचे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बताया कि पहले इस रैली का नाम प्रतिज्ञा रैली थी। लेकिन, लखीमपुर खीरी में हिंसा में किसानों की मौत के बाद रैली का नाम बदलकर किसान न्याय रैली कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी लखीमपुर खीरी जाकर हिंसा में जान गंवाने वाले किसानों और पत्रकार के पीड़ित परिजनों से मिल कर संवेदना व्यक्त करना चाहती थी। लेकिन उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार ने उन्हें चार दिन तक सीतापुर में हिरासत में रखा। सभी जानते हैं कि हर घर की महिलाएं और बहनें रोजाना सुबह उठ कर अपने घर की सफाई करती हैं।
प्रियंका गांधी ने भी उसी क्रम में अपने कमरे की सफाई की थी। जब साफ-सफाई का वीडियो सामने आया तो प्रियंका गांधी ने कहा कि गांधीजी ने हमें सिखाया है कि हम जहां रहते हैं वहां खुद से साफ-सफाई करनी चाहिए। यह इंसान होने के नाते हमारा कर्तव्य भी है। लेकिन, योगी आदित्यनाथ का बयान कितना शर्मनाक है कि उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी सफाई करने के ही योग्य है।
कांग्रेस के प्रदेश अधयक्ष ने लखीमपुर हिंसा के आरोपी केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष की गिरफ्तारी अब तक न होने पर उत्तर प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा किया। कहा कि ढुलमुल रवैये और अपराधियों को संरक्षण देने से यह स्पष्ट है कि योगी आदित्यनाथ की सरकार उन्हें नहीं पकड़ना चाहती है। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे मामलों में बुलडोजर चलवा देने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कब अजय मिश्रा टेनी के घर पर बुलडोजर चलवाएंगे। आरोपी का पोस्टर मुख्यमंत्री कब जारी कराएंगे। हत्या की धारा में दर्ज मुकदमे में पुलिस का ऐसा रवैया हमने पहली बार देखा है। यह बेहद ही दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। उत्तर प्रदेश की जनता सब कुछ देख रही है और आगामी विधानसभा चुनाव में उचित जवाब देगी।