लखनऊ । उत्तरप्रदेश योगी सरकार में ऐसा कई नजारा देखने को मिला था, जब अपराधी खौफ में थे और कई नामी बदमाशों ने एनकाउंटर के डर से थाने में जाकर खुद ही आत्मसमर्पण कर दिया था। इसके अलावा बड़े माफियाओं पर बाबा का बुलडोजर भी खूब चला था। अब योगी 2.0 में एक बार फिर बाबा का बुलडोजर चलना शुरू हो चुका हैं, और अपराधियों में खौफ इतना बढ़ गया है कि वहां थाने जाकर समर्पण कर रहे हैं।
लेकिन इस बीच एक अनोखा नजारा शाहजहांपुर में देखने को मिला। जब पुलिस द्वारा जिले में लगातार मादक पदार्थों और अवैध शराब के विरुद्ध की जा रही ताबड़तोड़ कार्रवाई से डरकर पांच शराब माफिया थाने पहुंच गए। इस दौरान उनके हाथों में तख्ती थी जिस पर लिखा था कि हम लोग शराब बनाते हैं, लेकिन मुख्यमंत्री की नीतियों से प्रभावित होकर शराब बनाना छोड़ रहे हैं। हम पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करने आए हैं।
माफिया के हाथों में जो पोस्टर था उसमें लिखा है कि, मैं कच्ची शराब बनाने और बेचने का कार्य करता हूं, परंतु योगी जी नीतियों से प्रभावित होकर अपने आप शराब बनाने का काम छोड़ रहा हूं, अब कभी शराब नहीं बनाऊंगा, इसीलिए आत्मसमर्पण करने आया हूं। बता दें कि बिजनौर से लेकर मेरठ, बुलंदशहर, अलीगढ़, कानपुर, बनारस, प्रयागराज तक सैकड़ों गांन में कच्ची शराब की भट्टियों के धधकने की खबर आए दिन रिपोर्ट्स में सामने आती रहती हैं। कच्ची शराब के अलावा तमाम लोग स्प्रिट से शराब बनाने का धंधा भी करते हैं।
पुलिस के अनुसार जिन शराब माफिया ने आत्मसमर्पण किया है, उसमें 4 हिस्ट्रीशीटर अपराधी हैं। शाहजहांपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) एस आनंद ने बताया कि खुटार थाना क्षेत्र के मेनिया गांव में पांच शराब माफिया रहते हैं, जो कच्ची शराब बनाने और बेचने का धंधा करते हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा जिले में लगातार मादक पदार्थों और अवैध शराब के विरुद्ध की जा रही ताबड़तोड़ कार्रवाई से शुक्रवार शाम हाथों में पोस्टर पकड़कर पांच लोगों ने थाना खुटार में थाना प्रभारी धनंजय सिंह के समक्ष आत्मसमर्पण किया है।