-सिर्फ 12 दिनों में 1051 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके 29 के वाहन भी जब्त किए
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार शराब माफियाओं पर कहर बनकर टूट रही है। सरकार ने लोगों की जान से खेलने वाले करीब 600 शराब माफियाओं को चिन्हित किया है।
अब तक 3400 मुकदमे दर्ज कर 534 से ज्यादा शराब माफियाओं को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं 11 माफियाओं की प्रॉपर्टी जब्त भी की गई है। आंकड़े के मुताबिक अब तक 101 शराब माफियाओं की 13 करोड़ से ज्यादा कीमत की संपत्ति जब्त की है। वहीं 367 पर गैंगस्टर एक्ट लगाकर सख्त कार्रवाई की जा रही है। वहीं 162 माफियाओं पर गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। 196 की हिस्ट्रीशीटर फिर से ओपन की गई है। इनमें दो के हथियारों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं। उधर, 154 शराब माफियाओं को अब तक जेल भेजा जा चुका है।
यूपी में पहली बार आबकारी अधिनियम में संशोधन कर फांसी तक की सजा का प्रावधान किया गया है। जहरीली शराब से होने वाली मौतों पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए एक्शन में हैं। पुलिस अब तक 162 शराब माफियाओं पर गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई कर चुकी है। सिर्फ 12 दिनों में 1051 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं 29 के वाहन जब्त कर लिए गए हैं।
सरकार ने अलीगढ़ में शराब माफियाओं से 70 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जब्त की है। आबकारी विभाग के एक अभियान के तहत 26 अगस्त से 5 सितंबर तक शराब माफियाओं पर 2807 मुकदमे दर्ज किए हैं। इसके साथ ही 73,660 लीटर अवैध शराब भी जब्त की गई है। अवैध शराब माफियाओं पर योगी सरकार का चाबुक लगातार जारी है। सरकार मासूम लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करने वाले शराब माफियाओं को बख्शने के बिल्कुल भी मूड में नहीं है। यही वजह है कि लगातार ताबड़तोड़ एक्शन लिए जा रहे हैं।