लखनऊ । उत्तर प्रदेश में रहस्यमयी बुखार का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। फिरोजाबाद, मथुरा, बलिया जैसे जिलों में बीमारी लगातार बढ़ती जा रही है। बीमारों की वजह से हॉस्पिटलों में भीड़ लग गई है। बीमारी की स्थिति यह है कि सिर्फ फिरोजाबाद में ही बुखार के 430 मरीज शहर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराए गए हैं। अबतक 50 से ज्यादा की मौत हो चुकी है। इस रहस्यमय बीमारी की चपेट में सबसे ज्यादा बच्चे आए हैं।
राजधानी लखनऊ, एटा, इटावा, सीतापुर, बाराबंकी, श्रावस्ती, कासगंज और फर्रुखाबाद से मामले सामने आए हैं। यूपी का फिरोजाबाद जिला बुखार से सबसे ज्यादा प्रभावित है। अब तक इस जिले में 51 लोगों की मौत हो चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी पिछले दिनों फिरोजाबाद का दौरा किया था और बीमार बच्चों से भी मिले थे। फिरोजाबाद में 430 से ज्यादा मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। रविवार को ही 155 मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
बलिया में जिला अस्पताल में वायरल बुखार के मामलों में पिछले 10 दिनों में 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। संक्रमित लोगों में ज्यादातर बच्चे ही हैं। मथुरा में स्क्रब टाइफास के साथ-साथ वायरल बुखार, डेंगू, आदि भी पैर पसार रहा है। मथुरा के 7 गांव इस वक्त प्रभावित हैं। वहां 13 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। कुछ लोग रहस्यमय बुखार से इतना खौफ खाए हुए हैं कि घर छोड़कर पलायन को मजबूर हो गए हैं। कई गांवों के अधिकांश परिवार अपने बच्चों को लेकर पलायन कर चुके हैं।
बुलंदशहर में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है।
मौसम संबंधी बीमारियां मलेरिया, डेंगू, टाइफाइड, वायरल बुखार आदि से निपटने के लिए तैयारी चल रही हैं। इसमें 7 सितंबर से 16 सितंबर तक गांव-गांव डोर टू डोर सर्वे का अभियान चलेगा। एटा के आधा दर्जन गांव में 400-500 बुखार-वायरल पीड़ित मरीज सामने आए हैं। कई लोग ऐसे भी हैं, जो हॉस्पिटल जाकर भर्ती नहीं हुए हैं और घर पर ही इलाज करा रहे हैं। कई लोग एटा से बाहर जाकर भी इलाज करा रहे हैं।
संगम नगरी प्रयागराज में अस्पतालों में बीमार बच्चों का तांता लगा हुआ है। स्थिति ऐसी हो गई है कि एक बेड पर तीन-तीन बच्चों का इलाज किया जा रहा है। चिल्ड्रन अस्पताल की ओपीडी में भर्ती बच्चों की संख्या देखते ही देखते दोगुनी हो गई है। लखनऊ के फैजुल्लागंज में पिछले कुछ दिनों से बुखार और वायरल की वजह से दो दर्जन से अधिक बच्चे बीमार हैं। प्रशासन एरिया में सैनिटाइजेशन कर रहा है और जितने भी बच्चे बीमार हैं उनको हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।