लठामार होली से पूर्व लड्डू होली में जमकर बरसा लड्डुओं संग गुलाल
लड्डू पाने को लालयित श्रद्धालुओें में दिखाई दिया होली का उत्साह
मथुरा,। राधारानी की नगरी बरसाना में रविवार की शाम को लड्डू होली खेली गई और सोमवार लट्ठमार होली खेली जाएगी। इसके बाद अगले दिन यानी 19 मार्च को नंदगांव में लट्ठमार होली खेली जाएगी। ब्रज की अनोखी होली को देखने के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग पहुंचते हैं। बरसाने में आज नंदगांव के युवक आएंगे और बरसाने की हुरियारिन उन पर लट्ठ बरसाएंगी। ब्रज में होली के खेल को राधा-कृष्ण के प्रेम से जोड़कर देखा जाता है, जिसको लेकर लोगों में उत्साह और उमंग देखने को मिलता है।
ब्रज में होली का उत्सव मनाया जा रहा है। इसमें शामिल होने के लिए देश ही नहीं विदेशों से भी श्रद्धालु पहुंचे। उन्होंने बरसाना की लड्डू होली, रंगो की होली आदि का जमकर आनंद लिया। इस मौके पर राधा-कृष्ण स्वरूप कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी और होली खेली। जगह-जगह फगुआ गीतों का गायन किया जा रहा है। ब्रज के निवासी होली उत्सव में डूबे हुए हैं। वह आफने आराध्य की भक्ति में लीन होकर उत्सवों का आनंद ले रहे हैं। बरसाना में रविवार को लड्डू होली का आयोजन किया गया। इसका देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं ने आनंद लिया। विश्वविख्यात लठामार होली की पूर्व संध्या पर लाड़लीजी मंदिर में लड्डू होली मनाई गई। इसको देखने के लिए लाखों श्रद्धालु बरसाना पहुंचे। लड्डू होली को लड्डू प्रसाद के रूप में पांडे द्वारा कई टन लड्डू लुटाए गए। लड्डू प्रसाद को पाने के लिए श्रद्धालुओं ने जमकर इन्हें लूटा।
राधा की सखी पहुंची लठामार होली का निमंत्रण लेकर
जयपुर की जन्मीं वृंदावन में रहने वाली राधा दासी सखी आज भी निभा रही है बरसान लठामार होली निमंत्रण को
सोलह श्रृंगार राधा दासी सखी चली रे नंदभवन। सोलह श्रृंगार कर लंबा घूंघट ओढ़कर जब राधा की सखी को लाडली के महल से होली का निमंत्रण लेकर विदा किया जा रहा था तो वहीं ढोल की थाप पर श्रद्धालु झूम रहे थे। राधा की सखी हड़िया में गुलाल लेकर नंदभवन के लिए रवाना हुई। रविवार राधारानी की सहचरी लठामार होली का निमंत्रण लेकर नंदभवन पहुंचीं। सखी श्रीजी महल से मिला कमोरी में निमंत्रण का गुलाल सेवायतों को सौंपा। लाडली जी का भेजा संदेश सुनाते हुए सखियां कान्हा से निवेदन किया आप नवमी तिथि अपने समस्त सखाओं के साथ बरसाना लठामार होली के लिए आमंत्रित हैं। सेवायत लाडली जी की भेजी गुलाल की कमोरी हांडी को कन्हैया के श्री चरणों में रखा और निमंत्रण लेकर पहुंची सखियों का भव्य स्वागत सत्कार के साथ नाच गाना।
वृंदावन की रहने वाली राधा दासी सखी एवं राजस्थान के जयपुर में जन्मीं राधा दासी सखी बताती है कि 16 वर्ष कि उम्र में उसने अपना घर परिवार छोड़ दिया। जिसके बाद वो वृंदावन आ गई। जहां उनका संर्पक श्यामा सखी से हुआ। बरसाना होली का निमंत्रण लेकर आज से 20 साल पहले श्यामा सखी नन्दभवन जाती थी, लेकिन उनके बाद अब मैं होली का निमंत्रण लेकर जा रही हूं। मैं सालभर से इस पल का इंतजार करती हूं कि कब राधारानी का प्रतिनिधित्व करने का सौभाग्य मिले कि कान्हा को होली सन्देश देने नन्दभवन जाए। लंबा घूंघट डालकर लहंगा चुनरी ओढ़कर तथा हड़िया में गुलाल व प्रसाद लेकर जब मैं नन्दभवन पहुचती हूं तो नन्दगांव के लोग मेरा पूरा आदर सत्कार करते है। इस सम्मान को पाकर में धन्य हो जाती हूं।