इस्लमाबाद। पाकिस्तान में चुनाव के बाद पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के छोटे भाई शहबाज शरीफ अगले प्रधानमंत्री हो सकते हैं। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने पार्टी प्रमुख और तीन बार के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बजाय 72 वर्षीय शहबाज को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में नामित किया। वहीं जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों को संसद में अधिक सीट मिलने के बावजूद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सत्ता में नहीं आ पाएगी। देश में आठ फरवरी को हुए चुनाव में खंडित जनादेश आया था और चुनाव में धांधली के आरोप लगे थे।
इससे पहले, शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के आसिफ अली जरदारी, मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) के खालिद मकबूल सिद्दीकी के साथ मंगलवार रात पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद (पीएमएल-क्यू) के शुजात हुसैन के आवास पर मुलाकात की और सरकार गठन पर सहमति जताई।
शरीफ ने बैठक में उपस्थित अन्य नेताओं का आभार जताते हुए कहा, आज हम देश को यह बताने के लिए एकजुट हुए हैं कि हमने खंडित जनादेश स्वीकार कर लिया है। मैं जरदारी और बिलावल (भुट्टो) का आभारी हूं कि उन्होंने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) का समर्थन करने का फैसला किया है।
पीएमएल-एन की सूचना सचिव मरयम औरंगजेब ने कहा कि पार्टी प्रमुख नवाज शरीफ ने देश के प्रधानमंत्री पद के लिए पार्टी अध्यक्ष और अपने छोटे भाई शहबाज शरीफ (72) को नामित किया है। उन्होंने बताया कि पीएमएल-एन की वरिष्ठ उपाध्यक्ष और नवाज़ शरीफ की राजनीतिक उत्तराधिकारी मानी जाने वाली मरयम नवाज को पंजाब के मुख्यमंत्री पद के लिए नामित किया गया है।
पार्टी की सूचना सचिव ने कहा, नवाज शरीफ ने उन राजनीतिक दलों का आभार जताया है जिन्होंने आगामी सरकार बनाने में पीएमएल-एन का समर्थन किया है और उन्होंने उम्मीद जताई कि ऐसे फैसलों से पाकिस्तान संकट से बाहर आ जाएगा।
ताजा राजनीतिक घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी ने कहा कि पीएमएल-एन के लिए सबसे अच्छा विकल्प ‘‘अपनी हार को शीलनता से स्वीकार करना’’ और उनकी पार्टी के संस्थापक इमरान खान को ‘‘देश को संकट से उबारने देना है।’’
प्रधानमंत्री पद के अलावा, पाकिस्तान में अब संघीय मंत्रिमंडल के लिए नामों की चर्चा शुरू हो गई है। उम्मीद है कि शुरुआती चरण में कैबिनेट में 25 मंत्री बनाए जा सकते हैं। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के सूत्रों की मानें तो बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और शहबाज शरीफ ने बैठक की। इस दौरान कई नामों पर चर्चा हुई। उम्मीद है कि मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) को तीन से पांच मंत्रालय मिल सकते हैं, जिसमें खालिद मकबूल सिद्दीकी, फारूक सत्तार, मुस्तफा कमाल, अमीनुल हक, ख्वाजा इजहारुल हसन सहित अन्य नेताओं के बारे में विचार किया जा रहा है।
इसके अलावा, पीएमएल-एन ने अपने कोटे के 15 नेताओं के नामों पर चर्चा की। इनमें इशाक डार, अयाज सादिक, ख्वाजा आसिफ, अहसान इकबाल, मरियम औरंगजेब, अताउल्लाह तरार, शाजा फातिमा ख्वाजा, रियाजुल हक जुज, बिलाल अजहर कयानी, डॉ तारिक फज़ल चौधरी, कमरुल इस्लाम और राणा तनवीर हुसैन शामिल हैं। इस्तेहकाम-ए-पाकिस्तान पार्टी (आईपीपी) के अवन चौधरी प्रधानमंत्री के विशेष सहायक के रूप में नियुक्त हो सकते हैं।