लखनऊ । उप्र विधानसभा चुनाव समाप्त होने के दस दिन बाद से ही प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के मुखिया और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव की गतिविधियां और क्रियाकलाप उनके भाजपा के बगलगीर होने का लगातार संकेत दे रहे हैं। इसी क्रम में सोमवार सुबह ट्वीट कर शिवपाल यादव ने रामायण की चौपाई के साथ भगवान राम को परिवार, संस्कार और राष्ट्र निर्माण की सर्वाेत्तम पाठशाला बताया है। इस ट्वीट के बाद एक बार फिर से यह संकेत मिल रहे हैं कि शिवपाल यादव पर भगवा रंग चढ़ने लगा है।
शिवपाल सिंह यादव ने सोमवार को लिखा कि ‘‘प्रातकाल उठि कै रघुनाथा। मातु पिता गुरु नावहिं माथा।। आयसु मागि करहिं पुर काजा। देखि चरित हरषइ मन राजा।।’’ भगवान राम का चरित्र ‘परिवार, संस्कार और राष्ट्र’ निर्माण की सर्वाेत्तम पाठशाला है। चैत्र नवरात्रि आस्था के साथ ही प्रभु राम के आदर्श से जुड़ने व उसे गुनने का भी क्षण है। इससे दो दिन पहले ही शिवपाल सिंह यादव ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ट्विटर पर फॉलो कर लिया था।
इसके अलावा उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा को भी फॉलो किया था। इससे पहले शिवपाल सिंह यादव पीएम और सीएमओ को ही फॉलो करते थे। शिवपाल कुल 12 लोगों को फालो करते हैं। इनमें राष्ट्रपति के अलावा सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, पीसीएफ चेयरमैन और प्रसपा के महासचिव आदित्य यादव, कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी हैं।
इससे पहले, चर्चा थी कि शिवपाल यादव ने दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात हुई है। उसके बाद लखनऊ लौटने पर शिवपाल यादव ने बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिले। सूत्र बताते हैं कि इटावा से दिल्ली जाने के दौरान शिवपाल ने पूर्व विधायक हरिओम यादव से भी मुलाकात की थी। पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया था। यह भी कहा कि वक्त आने पर बोलेंगे। इस बीच चर्चा है कि जुलाई में राज्यसभा और विधानसभा परिषद की कई सीटें खाली हो रही हैं, ऐसे में शिवपाल यदि भाजपा में जाते हैं, तो उन्हें राज्यसभा में या विधानसभा परिषद में भेजा जा सकता है। यह भी पता चला है कि लखनऊ में पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक में सभी से अगले कुछ दिनों तक इंतजार करने और संगठित रहने को कहा गया है।