लखीमपुर खीरी । लखीमपुर खीरी जिले में हुई बीती तीन अक्टूबर को हुई वारदात को लेकर अब राजनीतिक दलों में इसका लाभ उठाने की होड़ मच गयी है। एक ओर जहां छत्तीसगढ़ और पंजाब के मुख्यमंत्रियों ने अपनी-अपनी सरकार की ओर से हिंसा में मारे गए लोगों को 50-50 लाख की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया तो वहीं समाजवादी पार्टी के मुखिया एवं उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पार्टी की सरकार बनने पर दो-दो करोड़ रुपए की आर्थिक मदद और आश्रितों को नौकरी देने का ऐलान किया है।
सपा मुखिया अखिलेश यादव गुरुवार को पीड़ित परिवारों से मिलने लखीमपुर पहुंचे। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार मदद नहीं करती हे तो सपा सरकार बनने पर पूरी मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि 2022 में अगर सपा सरकार बनी तो पीड़ित परिवारों को दो-दो करोड़ की आर्थिक मदद ओर नौकरी दी जाएगी। अखिलेश पलिया के किसान लवप्रीत और निघासन में पत्रकार रमन के परिजनों से मिलने पहुंचे थे।
परिजनों को सांत्वना देते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि अजय मिश्रा के केंद्रीय मंत्री पद पर रहने तक निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती। सरकार की भूमिका पर भी उन्होंने सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जब गृह राज्य मंत्री के परिवार वाले ही कांड कर रहे हैं, तो जान लीजिए भाजपा कैसी है। अगर सरकार आश्रितों को नौकरी दे देती है तो ठीक है नहीं तो सत्ता में आने पर हम नौकरी का वादा पूरा करेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव किसान लवप्रीत और पत्रकार रमन के परिजनों के से बातचीत के बाद धौरहरा के किसान नक्षत्र सिंह के घर के लिए रवाना हो गए।