मऊ। शिक्षा क्षेत्र कोपागंज के प्राथमिक विद्यालय में उपस्थित छात्रों कि संख्या अक्सर बहुत कम रहती है। “मिड डे मिल” योजना के दुरूपयोग से इनकार नही है क्योकि हेडमास्टर पंजीकृत छात्रों के सापेक्ष उपस्थित छात्रों की संख्या नही बताते है।
विभागीय सूत्रों के अनुसार प्राथमिक विद्यालय मीरपुर रहिमाबाद के हेडमास्टर द्वारा छात्रों की उपस्थिति की स्थिति पब्लिक को न जानकारी हों, असलियत छुपाकर प्राप्त राशन को भी छुपाया जाता है।
हेडमास्टर से खरी दुनिया ने रिंग कर विद्यालय में पंजीकृत छात्रों और अक्सर उपस्थित छात्रों की संख्या की जानकारी चाही गई थी। हेडमास्टर ने पंजीकृत छात्रों की संख्या में १३६ तो बताया गया लेकिन अक्सर अनुपस्थि छात्रों की संख्या को नही बताया गया।
हेडमास्टर के द्वारा पदीय अधिकारों की आड़ में कि जा रही मनमानी का खुलासा तभी सम्भव है जब शीर्ष अधिकारी विद्यालय का औचक निरीक्षण करें।
हेड मास्टर ने कौड़ियों के भाव बेंच दी सरकारी ईंट
मीरपुर रहिमाबाद के हेड मास्टर ने पदीय अधिकारों का दुरूपयोग करते हुए पुराने जर्जर विद्यालय के भवन को गिरवाकर उसकी ईंट को अपने ही विद्यालय की रसोइया को कौड़ियों के भाव बेंच दिया।
हेडमास्टर ने इस इंट को बेचने के लिए भौतिक रूप से सरकारी कोई कोरम पुरा नही किया। हेडमास्टर ने ऐसा क्यो किया ? को लेकर ग्रामीणों में तरह तरह की चर्चाओ का बाजार गरम है।
रसोइया नन्हकी तारा बनकर हेडमास्टर के सहयोग से उतार रही सरकारी धन
प्राथमिक विद्यालय मीरपुर रहीमाबाद के हेडमास्टर द्वारा सरकारी धनों को हड़पने के लिए इसी गाव की नन्हकी पत्नी दयाशंकर को तारा पत्नी दायशंकर बनाकर उसको रसोइया के पद पर नियुक्त नन्हकी के माध्यम से हर माह सरकारी धन हड़पे और हड़पवाये जा रहें है।
इस संदर्भ में पड़ी एक शिकायत की जाँच में हेडमास्टर और ब्लॉक शिक्षा अधिकारी उसके बचाव में शिकायती पत्र में उल्लखित तथ्यों की जानबूझकर जाँच नही कर रहें है। ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को बीते 3 अगस्त को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मऊ ने मामले में जाँच सौपी गई है।
ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने आज तक जाँच के बाबत कोई कार्यवाही नहीं की है जिससे सरकारी धनों को हड़पने के लिए प्राथमोक विद्यालय के हेडमास्टर द्वारा पदीय अधिकारों की आड़ में की गई मनमानियो पर अंकुश बनता दिखाई नही डे रहा है।