जिला कारागार में उसने पूरे समय एकांत में गुजारा था
झांसी,। कुख्यात अपराधी माफिया मुख्तार अंसारी का बीती रात हृदयाघात के चलते निधन हो गया है। आधिकारिक सूचना के मुताबिक बांदा जेल में दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हुई। मुख्तार अंसारी का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है। पिछले 18 साल से वह लगातार जेल में बंद था। इस दौरान मुख्तार अंसारी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग कारागार में बंद रहा। पंजाब की जेल में भी उसका लंबा समय बीता। झांसी भी उससे अछूता नहीं रहा। 18 साल तक जेल में बंद रहने के दौरान मुख्तार अंसारी का 11 दिनों का छोटा सा समय झांसी के जिला कारागार में भी निकला है।
झांसी जिला कारागार के आंकड़ों के अनुसार साल 2007 में 29 अप्रैल से लेकर 9 मई तक मुख्तार अंसारी बंद रहा था। कुल 11 दिन का समय मुख्तार अंसारी ने यहां बिताया था। इन 11 दिनों में वह पूरी तरह एकांत में रहा था। जेल रिकॉर्ड में मुख्तार अंसारी का नाम दर्ज है। झांसी जिला जेल से मुख्तार अंसारी को गाजीपुर के कोर्ट में पेशी के लिए ले जाया गया था। इसके बाद वह लौट कर झांसी नहीं आया।
इनका है कहना
झांसी जिला जेल के अधीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि मुख्तार अंसारी 29 अप्रैल 2007 से लेकर 9 मई 2007 तक झांसी जेल में बंद रहा था। यहां से उसे गाजीपुर ले जाया गया था। गौरतलब है कि मुख्तार अंसारी कई अलग-अलग मामलों में आरोपी था। कुछ मामलों में सजा हो चुकी थी और कुछ मामले कोर्ट में चल रहे थे। इसी दौरान बीते रोज 28 मार्च 2024 को रात करीब 8.25 बजे दिल का दौरा पड़ने से मुख्तार अंसारी की मौत हो गई थी।