Friday, March 24, 2023

दो चरणों में हो सकता है रणजी ट्राफी का आयोजन


बीसीसीआई कर रही विचार : धूमल
नई दिल्ली । कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए इस बार सबसे बड़ी घरेलू स्पर्धा रणजी ट्रॉफी का आयोजन दो चरणों में किया जा सकता है। रणजी ट्रॉफी का आयोजन पहले इसी माह 13 जनवरी से होना था पर कोरोना महामारी की तीसरी लहर के कारण इसे भी अन्य घरेलू टूर्नामेंट के साथ स्थगित कर दिया गया था। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) कोषाध्यक्ष अरुण धूमल के अनुसार रणजी ट्रॉफी में कुल 38 टीम भाग लेती हैं। इस कारण इसमें विशेष सावधानी रखने की जरुरत है। बीसीसीआई की योजना 27 मार्च से इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का आयोजन करने की है और ऐसे में एक चरण में रणजी ट्रॉफी का आयोजन संभव नहीं लगता है पर कई राज्य इकाईयों के आग्रह के बाद बोर्ड इसको लेकर बैठक में चर्चा की।
धूमल ने बैठक के बाद कहा, ‘हम रणजी ट्रॉफी के आयोजन की संभावनाएं तलाश रहे हैं।

जब इसे स्थगित किया गया तब मामले बढ़ रहे थे। अब लगता है कि मामले कम हो रहे हैं। संचालन टीम इस पर काम कर रही है कि क्या हम फरवरी में लीग चरण का आयोजन कर सकते हैं और बाकी टूर्नामेंट (आईपीएल) के बाद पूरा कर सकते हैं।’ बैठक में बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह भी शामिल हुए।

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अभी की योजना के अनुसार लीग चरण का आयोजन फरवरी से मार्च तक एक महीने करने की है जबकि अगला चरण जून – जुलाई में आयोजित किया जाएगा जबकि देश के कुछ क्षेत्रों में मानसून शुरू हो जाता है जबकि कुछ हिस्सों में गर्मी अपने चरम पर होती है। धूमल ने कहा, ‘संचालन टीम मौसम के अलावा स्थलों की उपलब्धता और खिलाड़ियों की उपलब्धता पर भी काम करेगी। हम टूर्नामेंट के आयोजन के इच्छुक हैं और इसलिए हम खिलाड़ियों की सुरक्षा से समझौता किये बिना इसके आयोजन के लिए संभावनाएं तलाश रहे हैं।’

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"डंके की चोट " पर मै खरी दुनिया हू मै खरी दुनिया हू.... मै भ्रष्टाचारियों के बीच अकेला, लेकिन खरी दुनिया हू, मै हर हाल मे उन खबरो को, लोगो तक पहुचाने की कोशिश करता हू, जो अधिकांश बिकाऊ और बिकी मीडिया से, अपने "आका" के इशारे पर छुपा दी जाती हैं। मै इस लिए खरी दुनिया हू, क्योकि हमारी सरकार यानि "भारतीय जनता पार्टी " भ्रष्टाचार और अपराध को लेकर "जीरो टालरेंस " क़ी हिमायती हैं। मै भाजपा की इस नीति का पालन करने और कराने के लिए "डंके की चोट" पर कफ़न "सर" पर लिए खुद को नियमबद्ध रखते हुए हाजिर हू....मै खरी दुनिया हू.... भ्रष्टाचारीयो मे अफसर हो, या गाव का प्रधान, मै पदीय अधिकारों क़ी आड़ मे क़ी गई उनकी अनियमित्ता के साक्ष्य को खोजने का काम करता हू , .....क्योकि मै खरी दुनिया हू।
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