पटना। पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राजद केवल माई (एम-वाई) की पार्टी है। इसलिए तेजस्वी यादव की यात्रा में बस यही दो समुदाय दिखे। बाप (बहुजन, अगड़ा, आधी आबादी, पुअर) गायब था।
सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में राजद को जब भी सरकार बनाने का मौका मिला, केवल दो समुदायों का खास ख्याल रखा गया। संजय यादव को राज्यसभा भेजा गया। यह पार्टी एम-वाई से बाहर के कुछ लोगों पर नाम के लिए कृपा करती भी है तो उन्हें जल्द ही किनारे लगा देती है। उन्होंने कहा कि अगडे़ समाज के रघुवंश प्रसाद सिंह को राजद ने ऐसा अपमानित किया कि उन्होंने अस्पताल के बिस्तर से अपना इस्तीफा लालू प्रसाद को भेज दिया था।
मोदी ने कहा कि तेजस्वी यादव अपनी यात्रा में बताएं कि वे 29 साल की उम्र में पटना से दिल्ली तक 53 बहुमूल्य सम्पत्ति के मालिक कैसे बन गए? वे हिसाब दें कि गरीबों के वोट लेकर उनके माता-पिता ने कैसे सात पुश्तों के लिए सम्पत्ति बटोर ली? उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को लालू-राबड़ी के 15 साल बनाम नीतीश कुमार के 17 साल पर जनता को बिंदुवार जवाब देना चाहिए। साथ ही कहा कि राजद के कुशासन में सड़कें जर्जर थीं। दिनदहाड़े हत्याएं होती थीं। फिरौती के लिए अपहरण होते थे। शाम के बाद बाजार बंद हो जाते थे और गांव लालटेन युग में जी रहे थे।
मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने के बाद कुछ वर्षों को छोड़कर 17 साल में तेज से ढांचागत विकास हुआ। फोरलेन सड़क, मेगा ब्रिज, गांवों में बिजली, कृषि रोड मैप, मेडिकल कालेज, उच्च शिक्षा संस्थान- लगभग हर क्षेत्र में लोगों ने विकास को अनुभव किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की तरह तेजस्वी यादव की यात्रा भी राजनीतिक तमाशा साबित होगी। इसका कोई असर नहीं