विवादित स्थान पर प्रतिमा रखने पर लिखा गया मुकदमा
झांसी। बीते रोज कोतवाली थाना क्षेत्र के बड़ागांव गेट बाहर विवादित स्थान पर महापुरुषों की प्रतिमा रखने के मामले में कोतवाली थाना पुलिस ने पूर्व मंत्री प्रदीप जैन आदित्य सहित छह ज्ञात व 10 से ज्यादा अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
कोतवाली थाना निरीक्षक सुधाकर ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि संत की बगिया से परंपरागत तरीके से संत रविदास जी की जयंती पर जुलूस निकाला जाता है। इस परंपरा के चलते आयोजकों व कमेटी के सदस्यों तथा समाज के लोगों द्वारा कोई अनुमति नहीं ली गई थी। नगर मजिस्ट्रेट के समक्ष आयोजक तथा समाज के लोगों ने आश्वासन दिया था की जुलूस शांतिपूर्ण तरीके से निकालेंगे और संत की बगिया आश्रम पर जुलूस समाप्त कर देंगे।
24 फरवरी 2024 को जुलूस गुदरी मोहल्ला से प्रारंभ होकर मिनर्वा रानी महल, बड़ाबाजार, मैरी तिराहा होते हुए संत की बगिया पहुंचा। जहां बने एक कमरे में रखी संत रविदास जी की प्रतिमा और डॉक्टर भीम राव अंबेडकर जी की प्रतिमा को समय करीब चार बजे पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य व डॉक्टर रघुवीर चौधरी, के नेतृत्व में आयोजक उमाशंकर अहिरवार, दीपक, वीरेंद्र, सुनील, मनोज, सहित 60 से 70 लोग आए और सभी लोग मूर्ति रखे हुए कमरे का ताला खोलकर पूजा अर्चना करने के बहाने घुस गए। हम पुलिस वालों के साथ अभद्रता करने लगे। पुलिस के मना करने पर पुलिस बल के साथ धक्का मुक्की कर नारेबाजी करते हुए विवादित जमीन पर संत रविदास जी और डॉक्टर भीम राव अंबेडकर जी की प्रतिमा रख दी। इस घटना पर पुलिस ने गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
बोले पूर्व केंद्रीय मंत्री, संघर्ष जारी रहेगा
इस संबंध में पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि यह संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा इस मसले को वहीं निपटा दिया गया था। इसके दो दिन बाद मुकदमा दर्ज किया जाना समझ से परे है। हालात ये है कि जबर मारे और रौन न देय जैसी कहावत चरितार्थ हो रही है।