—मामले मे पुलिस ने 150- 200 अधिवक्ताओं पर पुलिस पर दवाब बनाने मे भा द वि 353 के तहत आरोपित किया है
मऊ। हाईटेक असलहो के साथ दीवानी परिसर मे जबरदस्ती घुसे असलहाधारी किस अधिवक्ता के यहा किस काम से आये थे? पुलिस जाँच कर रही है। इस मामले मे एक बिपक्षियों के हाथ बिकने वाले अन्यायी अधिवक्ता का नाम चर्चाओ मे है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार बुद्धवार को दीवानी कचहरी मऊ मे एक चार पहिया वाहन द्वारा जबरदस्ती परिसर मे हुटर् बजाते हुए घुसना और उसके पीछे घुसे असलहाधारी किस अधिवक्ता के यहां किस काम से आये थे ? पुलिस मामले की जाँच कर रही है।
इस दौरान बिपक्षियों से मिलकर अपने क्लाइंट का मुकदमा समाप्त करने वाले एक ऐसे अधिवक्ता का नाम चर्चाओ मे है जो अपने ही मुकदमे के बिपक्षियों से मिलकर मुकदमे को वापस करा देता है। बताते चले कि बदमाशों को संरक्षण देने मे यह अधिवक्ता काली कोट की आड़ मे अक्सर पुलिस पर नाजायज दबाव बनाने का काम करता है।
सूत्रों पर यकीन करे तो इसी अधिवक्ता ने अन्य लोगो को उकसाकर मंगलवार को पुलिस की हिरासत मे मौजूद असलहाधरियो को छुड़ाने मे पुलिस कर्मचारियों पर दबाव बनाने का कम किये जाने की महकमे मे चर्चा है। मजे कि बात यह है कि नाम तक पहुंच चुकी पुलिस के द्वारा इस अधिवक्ता के प्रति अभी तक कार्यवाही क्यो नही की जा रही है? को लेकर भी लोगो मे तरह तरह की चर्चा है।