कोलकाता। उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में मानवाधिकार उल्लंघन की जांच के लिए जा रही स्वयंसेवी संगठन की फैक्ट फाइंडिंग टीम को कई घंटे की हिरासत के बाद रिहा किया गया है। इधर, शिवप्रसाद हाजरा की फर्मों को जलाने में कथित संलिप्तता के लिए रविवार को इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) नेता आयशा बीबी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
इस टीम में पटना हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त मुख्य न्यायाधीश एल नरसिम्हा रेड्डी, ओपी व्यास, चारु वाली खन्ना, भावना बजाज, राजपाल सिंह और संजीव नायक हैं। इस प्रतिनिधिमंडल को धारा 144 लागू होने का कारण बताकर संदेशखाली से 52 किमी पहले भोजेरहाट में रोक दिया गया। वहां फैक्ट फाइंडिंग टीम के सदस्य सड़क पर बैठ गए। उन्होंने दावा किया कि उन्हें अवैध तरीके से हिरासत में लिया गया है। इस हंगामे और पुलिस की नाकाबंदी के कारण बासंती राजमार्ग पर यातायात लगभग ठप हो गया। बाद में पुलिस ने इन्हें हिरासत में लेकर वाहन में बैठाया और कोलकाता पुलिस मुख्यालय लाल बाजार लाया गया। बाद में यहां से इन्हें रिहा कर दिया गया है।
शिवप्रसाद हाजरा की फर्मों को जलाने में कथित संलिप्तता के लिए रविवार को इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) नेता आयशा बीबी को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने वहां तोड़फोड़ में कथित संलिप्तता के लिए कुछ ग्रामीणों को भी हिरासत में लिया है। हालांकि, अधिकारी ने हिरासत में लिए गए ग्रामीणों की संख्या नहीं बताई। कोलकाता से लगभग 100 किलोमीटर दूर सुंदरबन की सीमा पर स्थित संदेशखाली में जमीन हड़पने और यौन शोषण के आरोपों में तृणमूल नेता शाहजहां शेख के खिलाफ एक महीने से अधिक समय से विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। शाहजहां शेख फिलहाल फरार हैं।