झांसी,। महानगर के एक अंग्रेजी माध्यम स्कूल में छात्राओं द्वारा हिन्दी शब्दों का प्रयोग करने पर सार्वजनिक रूप से माफी मंगवाने का मामला सामने आया है। इस पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के झांसी महानगर मंत्री सुयश शुक्ला के नेतृत्व में थापक बाग स्थित बालाजी पब्लिक स्कूल में जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया। यह देख स्कूल प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में स्कूल प्रशासन ने अपनी भूल स्वीकार करते हुए माफी मांगी और भविष्य में ऐसी गलती न दोहराने के आश्वासन पर मामला शांत हुआ।
विद्यार्थी परिषद को सूचना मिली थी कि सुबह प्रार्थना के समय प्रधानाचार्य ने हमारी मातृभाषा हिंदी का अपमान करते हुए कक्षा 9वीं की दो छात्राओं से हिंदी के दो शब्द बोलने पर उनके साथ अभद्रतापूर्ण व्यवहार किया और उनसे प्रार्थना के समय सार्वजनिक माफी मंगवाई और उनको सार्वजनिक अपमानित व दोनों का मानसिक उत्पीड़ित किया।
महानगर मंत्री सुयश शुक्ला ने बताया की अभविप ने तुरंत ही इसके विरोध में कदम उठाया और स्कूल प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर दिया और अभसविप ने स्कूल मैनेजमेन्ट से बच्चों को आश्वासन दिलवाया गया कि भविष्य में हमारी मातृ भाषा बोलने पर ऐसी कोई कार्यवाही बच्चों पर स्कूल मैनेजमेंट द्वारा नहीं की जाएगी।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य मनेंद्र गौर ने बताया कि हिंदी हमारी मातृभाषा है और हिंदी बोलने पर छत्राओं को सार्वजनिक मानसिक उत्पीड़न नहीं करना चाहिए था और अगर भविष्य में ऐसा कोई भी विषय कहीं से भी आएगा तो अभाविप एक बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होगा। जिला संयोजक हर्ष जैन ने कहा कि मैनेजमेंट को सिर्फ बच्चों से ही नहीं बल्कि उन दोनों छात्राओं के अभिवावकों से भी सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए।
इस दौरान विभाग संगठन मंत्री ज्ञानेंद्र सिंह,देव पांडे,संकल्प कुशवाहा,तिलक राज, शिवम राठौर,तेजस सिंह,उन्नति मिश्रा,सुरभि पांडे,अर्पित अग्रवाल, अर्जुन यादव,दिव्यांशु शुक्ला,निशेन्द्र,राजपूत,शुभम पालीवाल,राजीव तिवारी निशांत कुशवाहा मनीष तिवारी आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।