खरी दुनिया, जैसा कि नाम से ही पता चलता है कि इसमे जो भी है या जो होगा वह तथ्य, प्रमाण के बिना न तो कभी प्रकाशित हुआ है और न होगा ।…सच के सिवाय या बिना तथ्य के कोई भी खबर “खरी दुनिया'” की नही हो सकती है। “खरा” होगा तो “खारा” भी होगा, हर किसी के गले से नीचे भी उतरना उतना ही मुश्किल है और होगा जितना तथ्यों को खोजकर देस और समाज हित मे लोगो तक पहुंचना और पहुचाना है। वह भी आज के दौर मे जहाँ सच को सच कहना किसी जुर्म से कम नही है…इसी जुर्म को करने के लिए “खरी दुनिया” खुद से संकल्पित है, लाख दुस्वारिया आये या दी जाये ,खरी दुनिया डंके की चोट पर सच के लिए है और सच ही रहेगी। खरी दुनिया की खबरें तथ्यों से प्रमाणिक बनी रहे, किसी ब्यक्ति की किसी खबर से मनहानि न हो, इसके लिए कानून कायदों को ध्यान मे रखकर यह “खरी दुनिया” आप तक बनी रहे, इसके लिए आप के उस प्रेम दुलार की भी उसको जरूरत है और होगी जिसको कोई ईमानदार भ्रष्टाचारी और कुख्यात माननीय पसंद नही करता है और न ही करेगा। .”खरी दुनिया” अपने खारेपन से रोज दो चार होती है,रोज उसे ईमानदार भ्रष्टाचारियों और कुख्यात माननीयों के द्वारा कभी जान से मारने और मरवाने की धमकिया दी जाती है तो उसे ईमानदार भृष्ट अफसरों से मिलकर फर्जी मुड़कमो मे फांसने की भी धमकिया दी जाती है। “खरी दुनिया” को धमकियाने वालो मे वे कुख्यात माननीय और ईमानदार भ्र्ष्टाचारी होते है जिनके बिपरीत तथ्य, प्रमाण खबरों के माध्यम से आप सुधी पाठको के बींच पहुंचते है या पहुचाये जाते है। कब “खरी दुनिया” का कहा पर गला दबा दिया जाये? “खरी दुनिया” को नही पता लेकिन आप को “खरी दुनिया” की दुस्वारियों को भी समझना होगा । आप के बिना समझे “खरी दुनिया” का चलना कठिन ही नही बहुत कठिन है..”खरी दुनिया” का भी परिवार है, लेकिन उसने देस और समाजहित मे सच को उकेरते रहने को दृढ संकल्पित है, आशा है आप खरी दुनिया” के दृढ संकल्प मे अपनी हिस्सेदारी जरूर निभाएंगे ।
आप का शुभेक्षु
खरी दुनिया
और उसका परिवार











