–प्रबंधक और जिला बिद्यालय निरीक्षक की मिली भगत से जिले मे चल रहा नियुक्ति का अवैध खेल
— शासनादेश के खिलाफ , अपने सगे संबंधियों का प्रबंधक द्वारा दीआईओएस को मिलाकर की जा रही नियुक्ति
— रानी की सराय इलाके के संस्कृत उच्चत्तर माध्यमिक् विद्यालय मे हुई नियुक्ति है जिला बिद्यालय निरीक्षक और प्रबंधक की मिलीभगत का उदाहरण
प्रयागराज/ आजमगढ़। संस्कृत पाठशाला उच्चतर माध्यमिक् बिद्यालय रानी की सराय मे जिला बिद्यालय निरीक्षक आजमगढ़ की मिलीभगत से तथ्यों को छुपाकर नियुक्ति की खबर है। जिला बिद्यालय निरीक्षक आजमगढ़ ने ऐसे ब्यक्ति का इस बिद्यालय हेडमास्टर के पड़ पर नियुक्ति की जिसका बीएड और आचार्य की डिग्री का वर्ष एक है। यही नही हेडमास्टर के पद पर नियुक्त ब्यक्ति प्रबंधक का सगा पौत्र है।
विभागीय सूत्रों के अनुसार जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार के द्वारा जिले के रानी की सराय इलाके के संस्कृत उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय मे हेडमास्टर के पद पर ३/१/ २०२३ को वेतन भुगतान कर नियुक्ति को पुस्ट किया गया है। इस पद पर नियुक्ति के लिए दिनांक विद्यालय के प्रबंधक द्वारा १२/११/२०१६ को नियुक्ति को अनुमोदित करने का पत्र दिया गया और इसी वर्ष मे बिना अनुमोदन के प्रबंधक द्वारा अख़बार मे बिग्यप्ति प्रकाशित कराया गया।
इसके बाद वर्ष २०१७ मे तथ्यों को छुपाकर मा उच्च न्यायालय मे गलत सपथ पत्र देकर हसील आदेश मे जिला विद्यालय निरीक्षक को मामले को कानून के अनुसार ४ हफ्ते मे मामले को निस्तारित करने के दिये गये निर्देश के क्रम मे जिला बिद्यालय निरीक्षक द्वारा प्रबंधक और नियुक्त हेडमास्टर के द्वारा छुपाए गये तथ्यों को जानबूझकर नजर अंदाज कर वेतन भुगतान कर दिया गया।
विद्यालय प्रबंधक द्वारा अदालत मे लगाए गये रिकॉर्ड के अनुसार विद्यालय मे अध्यपको को आवश्यकतार्थ जॉइंट डायरेक्टर एजुकेशन के दफ्तर मे रिसीव कराये गये पत्र को अनुमोदन बताया गया है।।
रिकॉर्ड के अनुसार हेडमास्टर विद्यालय के प्रबंधक के भाई के लड़के का है। शासनादेश के मुताबिक प्रबंधक को अपने “पाल्य” की नियुक्ति करने का अधिकार नही है।
उधर जब खरी दुनिया के द्वारा जिए बिद्यालय निरक्षक से इस संदर्भ मे उनका पक्ष जानने के लिए सम्पर्क किया गया तो उन्होंने खुद खरी दुनिया से सवाल करते हुए पूछा की क्या आप इस संदर्भ मे जानकारी देने के लिए फोन किये है? उन्होने कहा की आप सामने कार्यालय मे आइये तो जबाव दिया जाएगा, मोबाइल पर जानकारिया नही दी जाती है।
कागज पर ही है छात्रों का पठन – पाठन
संस्कृत उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय मे पढ़ने वाले छात्रों की संख्या को केवल वहा के कागजो मे दर्शाया बताया जा रहा है। सूत्रों के मुताविक कक्षा 9 मे 22 कक्षा 10 मे 16 कक्षा 11मे 8 और कशा 12 मे 10 छात्रों का पंजीकरण बताया जा रहा है। ये छात्र कागज़ पर ही विद्यालय मे आते है और न ही पठन पाठन का कार्य करते है।
वर्ष 2023 के 10 वे माह मे केवल 1 तैनात थे अध्यापक
विभागीय सूत्रों के अनुसार वर्ष 2023 के 10वे माह् मे रानी की सराय के संस्कृत उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय मे वाहा पर तैनात अध्यापको की संख्या केवल एक थी। यह संख्या इसी वर्ष के 11 वे माह मे 4 हो गई है।
इस बात जी जानकारी जिला विद्यालय निरीक्षक आजमगढ़ के पत्रांक 10644-46 दिनांक 12/2/2024 को जारी एक पत्र ने किया है जिसमे बिद्यालय की जाँच के बाद इस बात का उल्लेख करते हुए की हेडमास्टर और सहायक अध्यापक अनुपस्थित मिले है जिनको कारण बताओ नोटिस जारी किये जाने का खुलासा किया गया है।