— विपक्षी से मिलकर खरी दुनिया के मुकदमे को वापस लेने वाले अधिवक्ता रुपेश कुमार पाण्डेय के वकालत के पंजीकरण को समाप्त करने को राज्य विधिज्ञ परिषद से शिकायत
मऊ। मूवक्कील का हित छोड़ बिपक्षी से मिलकर मूवक्कील की विना सहमति के मुकदमा समाप्त कराने वाले लिफाफेबाज अधिवक्ता रुपेश कुमार पाण्डेय के पास उनका अधिवक्ता लाइसेंस रहेगा की नही ? का निर्णय अब राज्य विधिज्ञ परिषद प्रयागराज को निर्णय लेना है। “खरी दुनिया” ने बिकाऊ अधिवक्ता रुपेश कुमार पाण्डेय की करतूत को लेकर राज्य विधिज्ञ परिषद के यहां प्रत्यावेदन देकर इनके अधिवक्ता लइसेंस को निरस्त करने की मांग की है।
उल्लेखनीय है की जनपद मऊ मे अबैध तरीके से संचालित राहुल हॉस्पिटल के चिकित्सक सुरेंद्र नाथ राय और हॉस्पिटल की मालकिन मीरा राय के द्वारा मुख्य अग्नि समन अधिकारी सुभाष सिंह के फर्जी हस्ताक्षर से अग्नि समन विभाग की अनापत्ति प्रमाण पत्र बना कर “अन कंपाउंडेबल” राहुल हॉस्पिटल के भवन का नक्शा पास कराने को लेकर एक मुकदमा दाखिल किया गया था।
इस मुकदमे की पैरवी के लिए दीवानी कचहरी के अधिवक्ता रुपेश कुमार पाण्डेय को खरी दुनिया ने अपना वकील नियुक्त किया था। इसके बावजूद बतौर अधिवक्ता यह वकील कभी भी खरी दुनिया के मुकदमे मे पैरवी को अदालत नही जाता था। खुद खरी दुनिया इस मामले की पैरवी करती रही। खरी दुनिया की खबरों से खार खाये राहुल हॉस्पिटल आदि से लिफाफे लेकर इस अधिवक्ता ने खरी दुनिया पर पहले रंगदारी का मुकदमा क़ायम कराया जब इसमे वह “खरी दुनिया” की गिरफ्तारी नही करा सका तो उसने इस मुकदमे को ही राहुल हॉस्पिटल से हाथ मिलाकर अपने क्लाइंट के विरोध मे जा कर मुकदमे को ही वापस ले लिया है।
अधिवक्ता के इस कदाचार को लेकर खरी दुनिया ने राज्य विधिज्ञ परिषद प्रयागराज मे शिकायत कर इसके अधिवक्ता लाइसेंस को समाप्त करने की मांग की है।
समय रहते यदि राज्य विधिज्ञ परिषद ने अधिवक्ता को नोटिस कर सुनवाई नही की शुरु, तो खरी दुनिया उच्च न्यायालय इलाहाबाद मे याचिका भी दायर करने की तैयारी मे है