पटना। पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि चारा घोटाला में सजायाफ्ता और रेलवे की नौकरी के बदले जमीन घोटाला में आरोपित लालू प्रसाद की पार्टी राज्यसभा का टिकट देने में उन्हीं लोगों को प्राथमिकता देती है, जो परिवार की अवैध सम्पत्ति बनाने-छिपाने में संलिप्त हों या अवैध खरीद-फरोख्त का कच्चा चिट्ठा रखते हों।
सुशील मोदी ने रविवार को बयान जारी कर कहा कि इसी काली परिपाटी के तहत राजद ने तेजस्वी प्रसाद यादव के निजी सहायक संजय यादव को राज्यसभा का टिकट दिया है। वे हरियाणा के रहने वाले हैं और लालू परिवार के घोटालों की जांच के सिलसिले में उनके यहां भी सीबीआई की टीम पहुंची थी।
उन्होंने कहा कि इससे पहले हरियाणा के ही प्रेमचंद गुप्ता को राजद ने पांच बार राज्यसभा भेजा, संसदीय दल का नेता बनाया और यूपीए सरकार के समय उन्हें कारपोरेट मामलों का मंत्री भी बनाया गया था। मोदी ने कहा कि राजद में जमीनी कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर धनपशुओं को राज्यसभा भेजने की प्रवृत्ति के चलते कभी एडी सिंह तो कभी निजी मेडिकल कालेज के मालिक-संचालक फैयाज अहमद सांसद बने।
उन्होंने कहा कि इनमें एडी सिंह को उर्वरक घोटाले में जेल जाना पड़ा। फैयाज अहमद के यहां सीबीआई का छापा पड़ा। जो लोग लोकतंत्र बचाने के बड़बोले दावे करते हैं, वे आर्थिक अपराधों का राजनीतिकरण करने के लिए उच्च सदन को कलंकित करते आ रहे हैं।