दो उपमुख्यमंत्री, तीन कैबिनेट मंत्री समेत भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का मैराथन प्रयास भी नहीं आया काम
मऊ। जिले की घोसी लोकसभा सीट पर एनडीए प्रत्याशी और कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के पुत्र डॉ.अरविंद राजभर को सपा प्रत्याशी राजीव राय से 162943 वोटों से हार का मुंह खाना पड़ा। जीत का दम भरने वाले एनडीए नेताओं के लिए इस हार के बड़े मायने हैं।
दो उपमुख्यमंत्री, तीन कैबिनेट मंत्री, दर्जन भर मंत्रियों समेत भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हफ्तों तक इस लोकसभा क्षेत्र में कैंप किए, लेकिन उनका प्रयास धरा का धरा रह गया। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक ने एनडीए प्रत्याशी के लिए दिन-रात एक कर दिए, वहीं जिले से ही तीन कैबिनेट मंत्री एक शर्मा, दारा सिंह चौहान और ओमप्रकाश राजभर ने भी जनसभाओं से जनता के बीच लगातार बने रहे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी यहां कार्यकर्ताओं को साधने में लग रहे, इसके बावजूद एनडीए उम्मीदवार को एक बड़े अंतर से हार का सामना करना पड़ा।
भाजपा नेतृत्व ने जहां सवर्ण वोटों को साधने के लिए उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक को मैदान में उतरा, वहीं ओबीसी वोटरों को साधने के लिए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य मैदान में डटे रहे। चौहान वोटर संभालने का जिम्मा दारा सिंह चौहान को, जबकि राजभर वोटों को एकजुट रखने के लिए ओमप्रकाश राजभर ने जिम्मा संभाला। ए.के. शर्मा ने भी लगातार जनता के बीच हफ्तों कैंप करके भूमिहार और ओबीसी वोटों को साधने की कोशिश की। इन तमाम मंत्रियों, उप मुख्यमंत्रियों और दिग्गज नेताओं के कैंप करने के बावजूद सपा का पीडीए और संविधान बचाओ का नारा सभी नेताओं के कैंप पर हावी दिखा।
उल्लेखनीय है कि एनडीए प्रत्याशी एवं कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के बेटे डॉक्टर अरविंद राजभर के समर्थन में प्रधानमंत्री मोदी ने 26 मई को रतनपुर में विशाल रैली की। मुख्यमंत्री योगी ने 28 मई को रानीपुर के जनता इंटर कॉलेज मैदान में चुनावी जनसभाएं की और जनता से वोट की अपील की, लेकिन प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के चुनावी जनसभाओं का भी कोई असर नहीं दिखा।