रायपुर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में मांड इलाके के हापाटोला के जंगल में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में घायल दो जवानों को बेहतर इलाज के लिए एयर लिफ्ट कर राजधानी रायपुर लाया गया। घायल जवानों का इलाज देवेंद्र नगर स्थित नारायणा हॉस्पिटल में किया जाएगा। राज्य के गृह मंत्री एवं उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा कुछ ही देर में घायल जवानों से मुलाकात करेंगे।
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि छत्तीसगढ़ के इतिहास में आज की तारीख याद रखी जाएगी कि हमारे सुरक्षाबल के जवानों ने कांकेर जिले के हापाटोला के जंगल में नक्सलियों की मांद में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की और 29 नक्सलियों को मार गिराया। मारे गए नक्सलियों में 25 लाख के इनामी कमांडर शंकर राव भी शामिल है। इसका पूरा श्रेय सुरक्षाबलों को जाता है। सभी को बधाई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में यह संभव हुआ है।
एडीजी (नक्सल ऑपरेशन) विवेकानंद सिंह ने घायल सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के इंस्पेक्टर रमेश चंद्र चौधरी और डीआरजी के. श्रीकांत श्रीमाली से अस्पताल पहुंचकर मुलाकात की है। मुठभेड़ के दौरान इंस्पेक्टर रमेश चंद्र के घुटने के नीचे गोली लगी है।
कांकेर जिले के हापाटोला के जंगल में मंगलवार को दोपहर बाद लगभग तीन घंटे हुई मुठभेड़ में 29 नक्सली मारे गए हैं। सभी के शव बरामद कर लिए गए हैं। मारे गए नक्सलियों में 25-25 लाख रुपये के इनामी नक्सलियों के टॉप कमांडर शंकर राव एवं महिला नक्सली ललिता के साथ राजू भी शामिल है। शेष अन्य शवों की पहचान की जा रही है। मृत नक्सलियों के शवों के पास से साथ एके 47 और तीन एलएमजी हथियार और इंसास राइफल बरामद की गई है।
डीआईजी (इंटेलिजेंस) आलोक कुमार सिंह ने बताया कि काफी दिनों से नक्सल कमांडर की लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांकेर जिला की सिचवेशन पर सेंट्रल कमेटी और सब जोनल कमेटी की कमांडर की मूवमेंट की खबर मिल रही थी, इसके लिए पुलिस और बीएसएफ ऑपरेशन की तैयारी कर रहे थे। इसी के तहत आज इस ऑपरेशन का प्लान किया गया था।