मेरठ। मेरठ में दूल्हे ने शादी के दौरान लोगों के लिए एक आदर्श प्रस्तुत किया। शादी में मिले दहेज के साढ़े पांच लाख रुपए दूल्हे ने वापस लौटा दिए और शगुन के केवल 551 रुपए लिये। दूल्हे की इस पहल को समाज में सराहा जा रहा है।
आज जहां करोड़ों रुपए का दहेज विवाह में दिया जा रहा है, वहीं मेरठ में हुई एक शादी में दूल्हे ने समाज के सामने नया आदर्श प्रस्तुत किया। सहारनपुर जनपद के बड़गांव थाना क्षेत्र के टपरी गांव निवासी कुशलपाल सिंह के बेटे मनीष पुंडीर की शादी मेरठ में सरधना थाना क्षेत्र के रार्धना गांव निवासी सुनील सोम की बेटी मीना सोम से तय हुई। मंगलवार रात को टपरी से बारात आई। बारात के स्वागत के बाद टीके की रस्म शुरू हुई तो दुलहन पक्ष की ओर से दूल्हे को साढ़े पांच लाख रुपए की थाली दी गई। इस पर दूल्हे ने साढ़े पांच लाख रुपए वापस लौटा दिए और शगुन के केवल 551 रुपए स्वीकार किए।
टीके की रकम लौटाने पर लड़की पक्ष घबरा गया और समझा कि लड़के पक्ष को और पैसा चाहिए। इस पर दूल्हे से सारी बात पूछी गई तो मनीष ने कहा कि उसके लिए दुल्हन ही दहेज है। वह बारात में फिजूलखर्ची नहीं चाहता और अपने साथ केवल 21 बाराती लेकर आया है। यह सुनकर ससुराल पक्ष की खुशी का ठिकाना नहीं रहा और दूल्हे की बात की चर्चा पूरे गांव में फैल गई।
मनीष के बड़े भाई आशीष पुंडीर सामाजिक कार्यकर्ता है। मनीष की गांव में सेटरिंग की दुकान है। दूल्हे का यह प्रयास पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना है और सभी इसे सराहनीय कदम बताकर प्रशंसा कर रहे हैं।